अभिनव न्यूज, नेटवर्क। राजस्थान में कर्मचारियों और अधिकारियों में एसीबी को लेकर भय बना रहता है. बीते कुछ वर्षों में जिस तरह से एसीबी ने प्रदेश में कार्रवाई की हैं, उससे अधिकारी एक बार रिश्वत लेते से पहले जरूर सोचता है. बुधवार को झालावाड़ से एक अनोखा नजारा देखने को मिला. जहां रिश्वत के लिए अधिकारी ने एक अनोखी चीज मांग ली.
दरअसल, झालावाड़ में एसीबी ने 5 हजार की राशि एवं आठ किलोग्राम देशी घी की रिश्वत लेते हुए सहायक लेखाधिकारी को ट्रेप किया है. झालावाड़ में गौशालाओं को मिले अनुदान के मामले में ऑडिट करने के लिए एजी ऑफिस से आए सहायक लेखा अधिकारी मनोज कुमार खींची को झालावाड़ में एसीबी की टीम ने 5000 रुपए और आठ किलो शुद्ध देशी घी रिश्वत लेते एक निजी होटल से धर दबोचा.
20 हजार रुपए दिन में ले चुका था
आरोपी सहायक लेखाधिकारी 20 हजार रुपए की रिश्वत राशि दिन में ले चुका था. एसीबी टीम के अनुसार गिरफ्तार सहायक लेखा अधिकारी मनोज खींची गौशाला संचालक से ऑडिट के नाम पर 25 हजार रुपए की वसूली कर रहा था.
10 किलो देशी घी की डिमांड थी
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि एसीबी की झालावाड़ इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसकी गौशाला में आई ऑडिट पार्टी द्वारा रिकार्ड में कमी नहीं निकालने की एवज में आरोपी मनोज कुमार खींची सहायक लेखाधिकारी, कार्यालय महालेखाकार (लेखा परीक्षा- II) राजस्थान जयपुर द्वारा 25 हजार रुपए एवं 10 किलो देशी घी रिश्वत के रूप में मांग कर परेशान किया जा रहा है.
जिस पर एसीबी कोटा के उपमहानिरीक्षक कल्याण मल मीणा के सुपरविजन में एसीबी झालवाड़ इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जगराम मीणा के नेतृत्व में उनकी टीम द्वारा शिकायत का सत्यापन किया जाकर. बुधवार को ट्रेप कार्यवाही करते हुए आरोपी मनोज कुमार खींची सहायक लेखाधिकारी, कार्यालय महालेखाकार (लेखा परीक्षा II) राजस्थान जयपुर को 5 हजार रुपए एवं 8 किलो देशी घी रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है .एसीबी की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्मिता श्रीवास्वत के निर्देशन में आरोपी से पूछताछ एवं कार्रवाई जारी है.