अभिनव न्यूज
बीकानेर। गहलोत सरकार के सुशासन को धत्ता बताकर आम जनता को परेशान करने वाले असामाजिक तत्वों ने अब अपना रुख मंदिरों की तरफ कर लिया है।मंदिर भी ऐतिहासिक जो खुदश्री कोडमदेसर भैरूजी कोतवाल का है उसी को कब्जाधारियों ने अपनी कुदृष्टि से अपने कब्जे में ले लिया है।
: ऐतिहासिक कोडमदेसर भैरुं जी तालाब की दीवार को किया क्षतिग्रस्त
आज रात्रि को असमाजिक तत्वों ने पर्यटन व ऐतिहासिक दृष्टि से प्रसिद्ध तालाब की दीवार को कब्जा करने की नीयत से तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया। रियासत कालीन समय से बनाई गई तालाब की दीवार को तोड़ने पर नियमित श्रद्धालुओं व देदाजी वंशज सार्वजनिक प्रन्यास ने रोष जताया है।
ऐतिहासिक तालाब के मूल स्वरूप को बिगाड़ने तथा वहां कब्जा करने के इरादे से गांव के ही कुछ असमाजिक तत्वों ने इस घटना को अंजाम दिया गया है। तालाब के आसपास जानबूझकर मलबा डालकर पानी की आवक को रोका जा रहा है। तालाब की चारदीवारी के बराबर मलाबा डालकर ऊंचा करने के उद्देश्य से आम आदमी व पशुओं के गिरने का खतरा बन गया है।
असमाजिक तत्वों द्वारा मंदिर परिसर का सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
तालाब की दीवार छोटी हो जाने से कभी भी कोई भी हादसा हो सकता है इस कार्य को तुरंत रुकवाने की जिसकी सूचना मुख्यमंत्री तथा जिला प्रशासन को दी गई है। ठाकुर जी के मंदिर के पास जो गंगासिंह जी के द्वारा चरखी व दीवार बनाई हुई है, उसको तोड़ कर मलबा अन्दर तालाब की दीवार के पास डाला जा रहा है।
ऐतिहासिक कोडमदेसर तालाब व राजकीय भूमि पर असमाजिक तत्वो द्वारा अनाधिकृत कब्जा किया जा रहा है। श्री भैंरुनाथ का मन्दिर बीकानेर के पर्यटन विभाग बीकानेर की धार्मिक दर्शनीय स्थल की सूची में सम्मलित होने के कारण पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण है । तालाब का मूल स्वरुप व राजकीय भूमि की सुरक्षा का दायित्व हर नागरिक, प्रशासन, नेताओ का है ।