President Election 2022: देश के नए राष्ट्रपति के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी गई है। मौजूदा राष्ट्रपति का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है।
देश के नए राष्ट्रपति के चुनाव कार्यक्रम (President Election in India) की घोषणा कर दी गई है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है और अगले राष्ट्रपति का चुनाव इससे पहले ही होना है।
जानिए कब होगा राष्ट्रपति चुनाव
-राष्ट्रपति चुनाव का नोटिफिकेशन- 15 जून को जारी होगा।
-नामांकन का अंतिम दिन- 29 जून
-नामांकन की जांच -30 जून
-नामांकन वापस लेने का अंतिम दिन- 2 जुलाई
-जरूरी होने पर मतदान- 18 जुलाई को पोलिंग
-मतगणना- 21 जुलाई
कुल 776 सांसद लेंगे वोटिंग में हिस्सा
वोटर को अपनी पसंद कैंडिडेट के सामने 1, 2, 3 लिखकर बतानी होगी। 776 सांसद वोटिंग में हिस्सा लेंगे। कोई भी राजनीतिक दल अपने सदस्यों के लिए व्हिप जारी नहीं करेगा।
संसद भवन और राज्य की विधानसभाओं में होगी वोटिंग
राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग सांसद संसद भवन नई दिल्ली में वोट करेंगे। वहीं, विधानसभा के सदस्य अपनी विधानसभा में वोट कर सकेंगे। किसी आपात स्थिति में सांसद और विधायक कहीं भी वोट डाल सकते हैं लेकिन इसके लिए उन्हें 10 दिन पहले चुनाव आयोग को बताना होगा।
सांसद और विधायकों की वोट की वैल्यू जान लीजिए
देश के राज्यों के सभी विधायकों के वोट का वैल्यू 5 लाख 43 हजार 231 है। वहीं, लोकसभा के सांसदों का कुल वैल्यू 5 लाख 43 हजार 200 है।
कुल वोटर्स की संख्या 4,809
चुनाव आयोग ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के कुल वोटरों की संख्या 4,809 है। इसमें लोकसभा के सांसद और सभी राज्यों के विधानसभा के विधायक शामिल हैं। वोट डालने के लिए चुनाव आयोग सभी वोटरों को पेन देगा।
एमपी के वोट का वेटेज
सांसदों के मतों के वेटेज का गणित अलग है। सबसे पहले सभी राज्यों की विधानसभाओं के इलेक्टेड मेंबर्स के वोटों का वेटेज जोड़ा जाता है। अब इस सामूहिक वेटेज को राज्यसभा और लोकसभा के इलेक्टेड मेंबर्स की कुल संख्या से डिवाइड किया जाता है। इस तरह जो नंबर मिलता है, वह एक सांसद के वोट का वेटेज होता है। अगर इस तरह भाग देने पर शेष 0.5 से ज्यादा बचता हो तो वेटेज में एक का इजाफा हो जाता है।