अभिनव न्यूज, जयपुर। राजस्थान में हाईवे निर्माण करने वाली कंपनियों और रॉयल्टी के ठेकेदारों से रंगदारी वसूलने में अड़चन पैदा करने और लॉरेंस विश्नोई की गिरफ्तारी के बाद उसकी गैंग चला रहे अंकित भादू के साथ फोन पर भिड़ना सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या का बड़ा कारण बना। पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में यह बात सामने आई है। श्रीराष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की रोहित गोदारा ने दुबई में बैठकर वीरेन्द्र चारण के मार्फत दो शूटर नितिन फौजी व रोहित राठौड़ को हायर करके उसकी हत्या करा दी थी।
पुलिस ने इस मामले में अब तक आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस मुख्य आरोपी नितिन, रोहित राठौड़ और उनके सहयोगी रामवीर, उधम सिंह, देवेन्द्र, जयवीर और सुखबीर से अलग-अलग पूछताछ कर रही है। सूत्रों ने बताया कि लॉरेंस की गिरफ्तारी के बाद उसके इशारे पर अंकित भादू ही गैंग चला रहा था।
अंकित मुसेवाला हत्याकांड में भी शामिल था। वह राजस्थान के नामचीन ठेकेदारों से रंगदारी वसूलता था। जब सुखदेव सिंह गोगामेड़ी रंगदारी वसूली में अड़ंगा लगाने लगा तो दिसंबर 2021 में अंकित व गोगामेड़ी के बीच में फोन पर गाली-गलौच हो गई और दोनों ने एक-दूसरे को जान से मारने की धमकी थी।
जनवरी 2022 में अंकित भादू का एनकाउंटर हो गया था। इसके घटना के बाद भी गोगामेड़ी रास्ते नहीं हटा तो रोहित गोदारा ने दुबई में बैठकर उसको धमकी दी, लेकिन जब वह नहीं माना तो पिछले करीब दो साल से गोगामेड़ी की हत्या करने की तैयारी की जा रही थी।
दुबई में लग्जरी लाइफ दिखाकर फांसा
पुलिस की जांच में सामने आया कि एक लाख रुपए का इनामी आरोपी रोहित गोदारा दुबई में फिरौती की राशि से लग्जरी लाइफ जीता है। वीरेन्द्र चारण ने नितिन फौजी और रोहित राठौड़ की वीडियो कॉल पर बात कराई थी। गोदारा ने दोनों को वीडियो कॉल पर खुद के लग्जरी बंगले और बाहर खड़ी लग्जरी गाड़ियों को बताकर घटना के बाद दुबई में सेटल करने की बात कही। ऐसे में दोनों गोगामेड़ी की हत्या करने के लिए राजी हो गए थे। इसके के तहत वीरेन्द्र ने नेपाल में बैठकर दोनों आरोपियों के लिए वारदात करने के लिए जयपुर में हथियार उपलब्ध कराने की व्यवस्था कराई थी।
पकड़वाने की धमकी देता था नवीन
गैंगस्टर वीरेंद्र चारण, संपत नेहरा और रोहित गोदारा के लिए नवीन काफी समय से काम कर रहा था। वह काम के बदले पैसे ज्यादा लेने लगा था। वह उन्हें पकड़वाने की धमकी तक देता था। सूत्रों के अनुसार नवीन के पास वीरेंद्र चारण सहित इन सभी गैंगस्टरों की ऑडियो रिकॉर्डिंग थी। हत्या से एक घंटे पहले नितिन फौजी और रोहित राठौड़ की नवीन सिंह ने अपने ही मोबाइल से वीरेंद्र चारण से बात कराई थी। इसके बाद दोनों शूटरों को नवीन को भी मारने का टास्क दिया गया। इसकी जानकारी नवीन के पास भी नहीं थी।
दुबई भागने की थी तैयारी
वारदात के बाद आरोपी रोहित व नितिन दोनों चंड़ीगढ़ पहुंच गए। वहां से गुरुवार को बिहार होते हुए नेपाल जाने वाले थे। फिर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर तैयार होने वाले पासपोर्ट से वे पुलिस की पहुंच से दूर दू दबई चले जाते।