अभिनव टाइम्स बीकानेर। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की ऑनलाइन बैंकिंग की एप योनो को फिर से शुरू करवाने की मशक्कत में एक रिटायर्ड व्यक्ति के खाते से दस लाख 42 हजाार रुपए की ठगी हो गई। आमतौर पर ठगी के ये रुपए वापस नहीं आते लेकिन बीकानेर की साइबर क्राइम रेस्पॉन्स सेल ने पीड़ित के खाते में महज चौबीस घंटे में ये राशि फिर से जमा करवा दी।
दरअसल, बारह सितम्बर को रात साढ़े आठ बजे मोहल्ला व्यापारियान में रहने वाले मंजूर अली ने पुलिस को बताया कि किसी ने उसके एसबीआई बैंक खाते से दस लाख 42 हजार रुपए निकाल लिए हैं। पुलिस उसी समय उसकी सारी डिटेल ली और बैंक खाते से रुपए वापस निकालने की मशक्कत शुरू कर दी। मंजूर अली के पास एक कॉल आया कि उनके एसबीआई बैंक की योनो एप बंद है, जिसे फिर से शुरू करने के लिए एक ओटीपी आया है, वो बता दें। मंजूर ने ये ओटीपी बता दिया। इसके बाद उनके खाते से देर रात दस लाख 42 हजार रुपए निकल गए। इसका मैसेज आने से मंजूर के होश उड़ गए।
इसकी शिकायत साइबर क्राइम रेस्पॉन्स टीम से किया गया। सूचना मिलने पर इस विशेष सेल के प्रभारी उप निरीक्षक देवेन्द्र के नेतृत्व में कांस्टेबल प्रदीप, सत्यनारायण व सुशीला ने तकनीकी साधनों का उपयोग कर बैंक ट्रांजेक्शन्स व यूपीआई ट्रांजेक्शन्स ट्रेस किया। स्टेट बैंक ऑफ इंण्डिया के नोडल ऑफिसर से संपर्क किया जिसमें स्टेट बैंक ऑफ इंण्डिया के मैनेजर बिरेन्द्र सिहं, जयपुर व उनकी टीम से समन्वय कर पीडित मंजूर अली के अकांउट में दस लाख 42 हजार रुपए रिफण्ड करवाये। जब पीड़ित के पा सारे रूपये रिफन्ड होने का मैसेज मोबाईल पर आया तो मंजूर अली की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।