अभिनव टाइम्स | नगर निगम में मेयर और आयुक्त के बीच चल रहे विवाद के बीच केबिनेट मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला पर गंभीर आरोप लगने शुरू हो गए हैं। मेयर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेस बुलाकर आरोप लगाया कि मंत्री निगम के कामकाज में दखल रहे हैं। यहां तक कि जयपुर में बैठे आला अधिकारी भी उन्हें स्थानीय मंत्री से संपर्क करने की सलाह देते हैं। मेयर ने शुक्रवार को हुई साधारण सभा की बैठक को अवैधानिक करार देते हुए कहा कि आयुक्त मंत्री बी.डी. कल्ला और उनके भतीजे के कहने पर काम कर रहे हैं।
जैसा मंत्री कहते हैं, वैसा करते हैं
मेयर ने आरोप लगाया कि मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला और उनके भतीजे महेंद्र कल्ला के कहने पर ही आयुक्त सभी काम करते हैं। ये बात स्वयं आयुक्त बार बार कहते रहे हैं। मेयर ने आरोप लगाया कि जब आयुक्त ने कार्यभार ग्रहण किया था, तब उन्हें कहा था कि मंत्री और उनके भतीजे ने ही पोस्टिंग करवाई है, इसलिए उनके कहे अनुसार ही काम करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले दिनों जो भी आदेश आयुक्त ने जारी किए हैं वो उन्हीं के निर्देश पर किए। मेयर से किसी भी मसले पर बात नहीं करते।
साधारण सभा नहीं बुला सकते
मेयर ने दावा किया कि आयुक्त को साधारण सभा की मीटिंग बुलाने का अधिकार नहीं है। अगर दो तिहाई पार्षद मीटिंग के लिए आग्रह करते हैं तो महापौर मीटिंग बुला सकती है। अगर महापौर नहीं बुलाए तो आयुक्त मीटिंग आहूत कर सकते हैं। महापौर ने आरोप लगाया कि इस मीटिंग में कोरम ही पूरा नहीं हुआ।
साजिश कामयाब नहीं होने देंगे
मेयर ने कहा कि बीकानेर निगम के खिलाफ जो साजिश हो रही है, उसे किसी भी स्थिति में सफल नहीं होने देंगे। हम जनता के साथ है और जनता के साथ रहेंगे। वो नियमों का गलत हवाला देकर मीटिंग कर रहे हैं। आज की मीटिंग में जिस पार्षद ने अध्यक्षता करते हुए घोषणाएं की है, मैं उस पार्षद से कहती हूं कि वो घोषणाएं पूरी करके बता दें।
स्थानीय मंत्री से बात करो
मेयर ने आरोप लगाया कि जयपुर में स्थानीय निकाय विभाग में बीकानेर की समस्याओं को लेकर जाती है तो वहां भी ये ही कहा जाता है कि जयपुर बार बार चक्कर काटने के बजाय स्थानीय मंत्री से संपर्क करें। उज्जवल राठौड़ नामक अधिकारी का नाम लेते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने मंत्री से संपर्क की सलाह दी थी।