अभिनव न्यूज, नेटवर्क। मौसमी बीमारियों के चलते डेंगू का डंक दिनों दिन तेज हो रहा है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर पर बीमारियों की रोकथाम के प्रयास कर रहा है। विभाग का मानना है कि इस माह में और डेंगू मरीज आने की संभावना है जबकि नवंबर में डेंगू पॉजिटिव की संख्या कुछ हद तक कम हो जाएगी।
अब तक 360 पॉजिटिव आए सामने
फिलहाल, गत चार दिनों में ही 25 नए मरीज डेंगू के रिपोर्ट हुए हैं। इससे पहले 29 सितंबर तक 335 मरीज डेंगू पॉजिटिव मरीज सामने आए थे। तीन अक्टूबर तक यह संख्या 360 तक पहुंच गई है। इस सप्ताह यह संख्या और बढ़ने का अंदेशा जताया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सावधान रहते हुए मच्छरों को दूर भगाने के सभी उपाय करने की नसीहत दी है।
50 मकानों का सर्वे
जानकारी के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग की टीमें हर रोज तकरीबन 50 घरों का सर्वे कर रही हैं। खास तौर से उन इलाकों में, जहां किसी घर से किसी व्यक्ति की रिपोर्ट डेंगू पॉजिटिव आई है। उसके मकाने के आसपास 50 मकानों का सर्वे शुरू कर दिया जाता है। पीड़ित व्यक्ति के घर के सभी सदस्यों की भी जांच की जाती है। साथ ही पानी जमा होने वाले स्थानों पर लार्वा को नष्ट किया जाता है। विभिन्न नर्सिंग कॉलेजों के करीब 250 विद्यार्थी प्रतिदिन सर्वे में जुटे हुए हैं।
एनएस वन के मरीज ज्यादा
डेंगू जांच दो तरह से की जाती है। एक एनएस वन एवं दूसरी आइजीएम पद्धति से। बीकानेर में इस समय एनएस वन के पॉजिटिव अधिक सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग इसी तथ्य को लेकर राहत की सांस ले रहा है। उसका मानना है कि एनएस वन पॉजिटिव ज्यादा खतरनाक नहीं है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश कुमार गुप्ता का कहना है कि बीकानेर के अलावा अन्य मेडिकल कॉलेजों में एनएस वन को गंभीर नहीं माना जाता है। हालांकि, बीकानेर मेडिकल कॉलेज किसी भी तरह का रिस्क नहीं ले रही। एनएस वन को भी गंभीर मानते हुए कार्रवाई की जा रही है। इस वजह से बीकानेर में डेंगू के मरीज ज्यादा रिपोर्ट हो रहे हैं।