अभिनव न्यूज
उदयपुर। उदयपुर शहर में बुधवार को वकीलों ने सड़क पर मौन जुलूस निकाला. उन्होंने उदयपुर में हाईकोर्ट की बेंच खोलने की अपनी वर्षों पुरानी मांग पर चुप्पी साधकर विरोध जताया. जुलूस के बाद अधिवक्ता सीधे जिलाधिकारी से मिले और उन्हें ज्ञापन सौंपा। हाईकोर्ट की खंडपीठ की मांग को लेकर संघर्षरत वकील सुबह से ही जुटने लगे।
बाद में कोर्ट परिसर से काली पट्टी बांधकर विरोध जताते हुए जुलूस की शक्ल में निकले। वकीलों ने मौन रहकर हाथों में तख्तियां लिए विरोध जताते हुए अपनी मांग दोहराई। वे कोर्ट स्क्वायर से देहलीगेट गए और वहां से वापस कोर्ट स्क्वायर आए।
इस दौरान बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश मोगरा, महासचिव चेतनपुरी गोस्वामी, जिला संघर्ष समिति के संयोजक सत्येंद्र पाल सिंह छाबड़ा, उपाध्यक्ष योगेंद्र दशोरा, महासचिव शिव कुमार उपाध्याय, सचिव चेतन पालीवाल, वित्त सचिव हरीश सेन, पुस्तकालय सचिव राकेश आचार्य, मेवाड़ वागड़ हाईकोर्ट में खंडपीठ संघर्ष समिति के संयोजक रमेश नंदवाना, शंभु सिंह राठौड़, मनीष शर्मा, भरत कुमार वैष्णव, भानु भटनागर, मनोहर सिंह टाक, हरीश पालीवाल, राघव व्यास, कांता नागदा, अनीता गोस्वामी, भुवनेश्वरी सहित बड़ी संख्या में वकील शामिल हुए
मेवाड़ उच्च न्यायालय खंडपीठ संघर्ष समिति, जिला उच्च न्यायालय खंडपीठ संघर्ष समिति और बार एसोसिएशन उदयपुर उच्च न्यायालय खंडपीठ के लिए आंदोलन कर रहे हैं. एक दिन पहले संयोजक रमेश नंदवाना ने कहा था कि आजादी के बाद न्याय का विकेंद्रीकरण कर उदयपुर में हाईकोर्ट की बेंच स्थापित की जानी थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. वकीलों ने कहा कि मेवाड़-वागड़ के लोगों के कई मामले जोधपुर हाईकोर्ट में सालों से पड़े हुए हैं. अधिवक्ताओं ने तो यहां तक कह दिया था कि जो हाई कोर्ट की बेंच की बात करेगा उसके साथ रहेंगे।