अभिनव टाइम्स। अपराधियों पर नकेल कसने के लिए रात को जयपुर में 40 पॉइंटों पर कड़ी नाकेबंदी की जाती है। पुलिस इस कड़ी नाकेबंदी के दौरान भी मौका देख कर अवैध वसूली का खेल खेलना शुरू कर देती है जो किसी से भी छिपा नहीं है। इस सम्बंध में कोई सबूत नहीं मिल रहा था जिस पर एडिशनल कमिश्नर कैलाश विश्वोई ने जयपुर सिटी में लगने वाली रात्री नाकेबंदी का डिकॉय ऑपरेशन करने का प्लान बनाया।
डीसीपी नॉर्थ परीस देशमुख ने बीती देर रात कई जगहों पर सिविल ड्रेस पहन कर प्राइवेट गाड़ी से शहर के विभिन्न इलाकों में नाकेबंदी की जांच की। इस दौरान ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में रोटरी सर्किल पर डीसीपी नॉर्थ को रात डेढ़ बजे रोका गया। इस दौरान सादा वर्दी में डीसीपी के साथ उनका गनमैन और ड्राईवर भी था।
कॉन्स्टेबल ने उनकी गाड़ी को रोका और ओवर स्पीडिंग और सीट बेल्ट नहीं लगाने के नाम पर उनका ढाई हजार रुपए का चालान काटने की धमकी देने लगा। कुछ देर बहस करने के बाद कॉन्स्टेबल राजेंद्र प्रसाद ने अपने अन्य तीन कांस्टेबल राजेंद्र सिंह, अशोक और राजीव के साथ मिलकर चालान नहीं काटने की एवज में 500 की अवैध वसूली कर ली।
घटना के बाद डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख ने एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश विश्नोई को घटना की जानकारी दी। जानकारी मिलने के बाद अवैध वसूली के 500 लेने वाले कांस्टेबल राजेंद्र प्रसाद को सस्पेंड करते हुए तीन अन्य पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश विश्नोई के बताया कि नाकेबंदी के दौरान अपराधियों पर नजर रखने और तेज स्पीड में गाड़ी चलाने वाले और शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। लगातार मिल रही शिकायतों के बाद इस तरह के डिकॉय ऑपरेशन को अंजाम दिया गया है। सस्पेंड किए गए और लाइन हाजिर किए गए पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है। वहीं एसीपी आदर्श नगर को इस सम्बंध में जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।
डिकॉय की जरूरत नहीं खुले आम लेती हैं पुलिस पैसा
जयपुर कमिश्नरेट के कई मुख्य चौराहे हैं जहां पर ट्रैफिक पुलिस और होमगार्ड के जवान खुलेआम पैसा लेते हुए दिखाई दे जाएंगे। सोडाला सर्किल पर तैनात होमगार्ड के जवान केवल इसी काम में मसरूफ हैं कि किसी से गलती हो और चालाक के नाम पर डरा धमका कर पैसा लिया जाए। वहीं बीटू बाईपास, सीकर रोड, हीरापुरा चौराहा, भांकरोटा पुलिया, भांकरोटा चौराहा, दिल्ली रोड, टोंक रोड पर ट्रैफिक पुलिस और होमगार्ड के जवान खुलेआम पैसा लेते हैं।