अभिनव टाइम्स। जोधपुर. बारिश के कारण जोधपुर शहर की क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत का कार्य शीघ्र शुरू होगा। शहर में सड़कों की दुर्दशा को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की लताड़ के बाद जिला प्रशासन अब एक्शन मोड में आ चुका है। गहलोत के जयपुर रवाना होने के बाद कलेक्टर ने सभी सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों की बैठक बुला दो दिन के भीतर मरम्मत कार्य शुरू करने को कहा है।
बारिश के बाद शहर की अधिकांस सड़कें उधड़ चुकी है। जगह-जगह न पर बड़े-बड़े गड्ढों के कारण लोगों का निकलना मुश्किल हो रखा है। क्षतिग्रस्त सड़कों के कारण कई लोग नीचे गिर चुके है। शहर की सड़कों के हालात इतने खराब हो चुके है कि सर्किट हाउस से पाल गांव की दस किलोमीटर की दूरी पर भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को हेलिकॉप्टर से ले जाया गया। ताकि वे शहर की सड़कों के बिगड़े हालात को नहीं देख सके। लेकिन इसके अगले दिन गहलोत ने वन महोत्सव में जाने के दौरान क्षतिग्रस्त सड़कों का नजारा देख ही लिया। बेहद खराब सड़कोंको देख उन्होंने अधिकारियों को खुली चेतावनी दे डाली कि जोधपुर में रहना है तो सड़कों की स्थिति को सुधारना ही होगा। गहलोत की इस तल्ख टिप्पणी का असर अब नजर आना शुरू हो गया है।
गहलोत की जयपुर रवानगी के बाद कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने सबसे पहले सड़कों को सुधारने के लिए अधिकारियों की क्लास ले डाली। उन्होंने अधिकारियों से साफ कहा कि दो दिन में सड़कों की मरम्मत का कार्य हर हालत में शुरू हो जाना चाहिये। अधिकारियों से कहा गया कि सारे कार्य की गुणवत्ता बरकरार रहनी चाहिये। जहां कुछ दिन में हमेशा सड़क क्षतिग्रस्त हो जाती है वहां स्थाई समाधान खोजा जाए। ऐसे स्थान पर इंटरलॉकिंग ब्लॉक के द्वारा सड़कों की मरम्मत की जाए। बीटी पैचिंग के माध्यम से भी सड़कों को दुरुस्त किया जाए। डीएलबी (डिफेक्टिव लायबिलिटी पीरियड) के अंतर्गत आने वाली सभी सड़कों कि मेंटेनेंस का कार्य ठेकेदारों के माध्यम से अगले 2 दिन में शुरू करवाया जाना सुनिश्चित कराएं।