Welcome to Abhinav Times   Click to listen highlighted text! Welcome to Abhinav Times
Friday, November 22

दर्द हो या आयरन की दरकार, मुफ्त दवा योजना लाचार अस्पताल में दवाओं का टोटा, बाजार से खरीदने को मजबूर मरीज

अभिनव टाइम्स बीकानेर। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में मरीजों के मुफ्त उपचार, दवा से लेकर जांच तक की नि:शुल्क व्यवस्था के सामने अस्पताल प्रबंधन लाचार दिखता है। हालात यह है कि संभाग के सबसे बड़े अस्पताल में दर्द और बुखार से आराम के लिए दी जाने वाली सामान्य टेबलेट्स भी उपलब्ध नहीं हो रही है। मरीजों को दस प्रकार की दवाइयों को अस्पताल के इर्द-गिर्द संचालित दुकानों से खरीदनी पड़ रही है।
अस्पताल में संचालित दवा वितरण केन्द्र भी चिकित्सक की पर्ची पर लिखी दवाइयों में से कई दवाओं के सामने उपलब्ध नहीं होना लिखकर मरीज को पर्ची लौटा देते है। सबसे ज्यादा परेशानी डायक्लो-पैरा, पैरासिटामोल, आयरन की गोलियां और टीटी के इंजेक्शन को लेकर हो रही है। जो सबसे ज्यादा मरीजों की परामर्श पर्ची पर लिखे होते हैं।

यहां मिल रही आधी-अधूरी दवाइयां
पीबीएम के जनाना, मानसिक रोग, ट्रोमा सेंटर, ओपीडी विंग, टीबी अस्पताल, हार्ट हॉस्पिलट, कैंसर, शिशु एवं ईएनटी अस्पताल में संचालित दवा वितरण केन्द्रों पर मरीजों को पांच में से चार व चार में से तीन दवाइयां ही मिल रही है। ट्रोमा में दवा लेने पहुंचे विशाल ने बताया कि चिकित्सक को दिखाकर पहुंचे तब सप्ताह में एक बार लेने वाला विटामिन-डी का पाऊच व दर्द निवारक डायक्लो पैरासिटामॉल टेबलेट नहीं मिली। गर्भवती महिला सावित्री को डीडीसी पर आयरन की दवा नहीं मिली।

दवाओं की आपूर्ति नहीं, भटकते हैं मरीज
पीबीएम में दवाओं का स्टाॅक है लेकिन, डीडीसी पर सप्लाई नहीं हो पा रही है। कुछे दवाइयों की वास्तव में कमी हैं। इन हालातों में मरीजों को दवा बाजार से खरीदनी पड़ रही है। पिछले दिनों मेडिकल कॉलेज व पीबीएम अस्पताल प्रशासन की मीटिंग में भी यह मुद्दा उठा। परन्तु दवाइयों की उपलब्धता और समय पर जांच की समस्या जस की तस बरकरार है।

स्टाफ भी परेशान पीबीएम में शू-कवर, हैड कवर व ग्लव्ज भी कम पड़ रहे हैं। स्टाफ को भी शू-कवर नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में सेंसेटिव वार्डों में भर्ती मरीजों की देखभाल करने वाले चिकित्सकीय स्टाफ के भी संक्रमण की चपेट में आने का खतरा बना हुआ है। सूत्र की मानें तो शू-कवर की कमी है लेकिन, हैंडकवर व ग्लव्ज की आपूर्ति सभी जगह नहीं की जा रही है।

इन दवाओं का टोटा
– डायक्लो-पैरा – एसिक्लो फिनेक पैरासिटामोल
– इंजेक्शन नीरोपिनाम – कैप्सूल एंटीबाटिक एमोक्सीलेव-625
– सिफकेजिम-200 – सिफोटेक्सिम इंजेक्शन
– टीटी इंजेक्शन – ईपीओ-10के
– एनएस शॉर्ट चल रही है – आयरन टेबलेट
पीबीएम में दवा केन्द्रों की िस्थति
– 37 दवा वितरण केन्द्र में से 3 डीडीसी बंद

711 एमएनडीवाई की दवा सूची में से 78 दवाइयां जांच के लिए भेजी लैब
– 77 सूचर, 181 सर्जिकल आइटम उपलब्ध 824 निरोगी राजस्थान योजना की दवाइयां
– 106 सूचर व 754 सर्जिकल आइटम उपलब्ध

ऑर्डर कर दिए, आने में समय लग रहा पीबीएम में कुछे दवाएं डिमांड घटने-बढ़ने से शॉर्ट पड़ रही है। मरीजों को जरूरी दवाएं उपलब्ध करवा रहे हैं। वर्तमान में 711 तरह की दवाएं मरीजों के लिए उपलब्ध हो रही हैं। निरोगी योजना के तहत हर दिन 50 दवाओं के कंपनियों को ऑनलाइन ऑर्डर कर रहे हैं। ऑनलाइन दवाओं के आने में समय लगता है। ऐसे में लोकल खरीद कर रहे हैं।

Click to listen highlighted text!