बीते सप्ताह बीकानेर में दो डेंगू रोगी रिपोर्ट हुए हैं। इसके साथ ही जनवरी से अब तक 11 रोगी रिपोर्ट हुए हैं। यह आंकड़ा भले ही चौंकाने वाला न हो लेकिन इतनी तेज गर्मी में डेंगू रिपोर्ट होना हैरान के साथ ही चिंतित भी करता है। चिंता यह कि अभी से मच्छरों के खात्मे का इंतजाम नहीं किया तो बीते साल जैसे हालात हो सकते हैं। गतवर्ष पीबीएम हॉस्पिटल में 1093 डेंगू रोगी पहुंचे थे।
इनमें से 403 की हालत ऐसी थी कि उन्हें भर्ती कर इलाज देना पड़ा। इनमें से तीन की मौत हो गई। महज बीते साल ही नहीं वरन डेंगू का डंक बीकानेर को सालों से डरा रहा है। पिछले चार सालों में 2861 रोगी रिपोर्ट हुए जिनमें से 21 की मौत हो गई। इन चार सालों में सबसे ज्यादा 10 मौतें 2018 में हुई। प्रदेश की बात करें ताे चार सालों में 50344 रोगी रिपोर्ट हुए जिनमें से 142 की मौत हो गई। मतलब यह कि हर वर्ष औसतन 12586 रोगी डेंगू की चपेट में आ रहे हैं जिनमें से 36 की मौत हो जाती है। वर्ष 2021 में देशभर में डेंगू से सबसे ज्यादा 96 मौतें राजस्थान में हुई।
सोमवार को नेशनल डेंगू-डे मनाया जा रहा है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग प्रदेशभर में डेंगू-मलेरिया से बचाव के इंतजाम शुरू करेगा। लोगों में सबसे बड़ी जागरूकता इस बात के लिए लाने के प्रयास हो रहे हैं कि बारिश के दौरान पानी एकत्रित न हो। विशेषज्ञों का कहना है, घराें में छतों पर जमा होने वाला पानी सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा रहा है।
लगातार कर रहे हैं मच्छररोधी कार्रवाई : डॉ.मीणा
सीएमएचओ डॉ.बी.एल.मीणा दावा करते हैं कि डेंगू-डे से जागरूकता का अभियान जहां तेज करेंगे वहीं मच्छररोधी कार्रवाई लगातार चल रही है। वे स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताते हैं, एक जनवरी से अब तक 8649 घरों का सर्वे हो चुका है। 1743 जगह टेमीफोस, 150 जगह एमएलओ और 76 जगह पाइराथ्रम स्प्रे जैसी गतिविधियां हुई हैं। अब तक 6301 ब्लड स्लाइड जांच की गई है।
देश में : 322 कराेड़ रुपए हर वर्ष मच्छरजनित बीमारियाें पर खर्च
- 751088 डेंगू रोगी बीते पांच साल में देश में रिपोर्ट हुए यानी औसतन 150217 डेंगू रोगी प्रति वर्ष
- 1089 डेंगू रोगियों की पांच साल में मौत, औसतन 218 मौतें हर वर्ष
- 1290 करोड़ रुपए बीते चार सालों में डेंगू सहित वेक्टर बोर्न डिजीज की जांच इलाज आदि पर खर्च
- 322.62 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष खर्च
प्रदेश में : बीते वर्ष देश में सबसे ज्यादा 96 मौतें राजस्थान में
- 50344 डेंगू रोगी बीते चार सालों में रिपोर्ट
- 12586 डेंगू रोगी औसतन प्रतिवर्ष
- 142 मौतें प्रदेश में चार साल में
- 36 डेंगू रोगियों की मौत हर वर्ष
..और ये हैं इंतजाम : 22 में से 16 फोगिंग मशीनें बेकार
बारिश के दौरान बढ़ने वाले मलेरिया-डेंगू के दौरान मच्छरों पर सबसे बड़ा हमला फोगिंग से ही हो सकता है। हालांकि इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के पास 22 मशीनें हैं लेकिन हैरानी की बात यह है कि इनमें से 16 बेकार पड़ी है।