अभिनव टाइम्स बीकानेर | यह मलबा मौजूद है जैन स्कूल से मोहता सराय की ओर जाने वाले रास्ते में। बजरी की खानों के बीच करीब एक महीने पहले इस मार्ग पर बजरी की बङी दीवार का एक हिस्सा अचानक से बिखर कर सङक पर आ गिरा। तब से लेकर आज तक यह मलबा और मलबे में ऊपर से आकर बीच दीवार पर अटका बजरी की बङी चट्टान का एक बङा टुकङा आज भी वहीं अटका पङा है। यह मार्ग बेहद व्यस्त मार्ग है। कहने भर को इस नई सङक की सङक जगह जगह से टूटी है। बङे बङे जानलेवा खड्डे। एक तरफ खाई तो दूसरी तरफ बजरी की बङी बङी दीवारें जो कभी भी भरभराकर
गिर सकती है। इसी मार्ग पर बच्चों की एक बड़ी स्कूल भी है जिसके कारण यहां बच्चों व अभिभावकों का आना जाना लगा रहता है। बजरी की यह चट्टान का मलबा आज भी दुर्घटना का न्यौता देते आज भी बिखरा पङा है तो वहीं इसी मलबे में एक बङा टुकङा भी अधर में अटका पङा है जो अगर खिसक कर गिर जाए तो जनहानि होने से कोई रोक नहीं सकता। इस मलबे को ना तो हटाया गया है ना ही भविष्य में इस क्षेत्र में कहीं और से फिर कभी। बजरी की चट्टाने खिसक कर हादसा ना बन जाए इसके लिए भी कोई कारगर उपाय या कार्यवाई करने के मूड में फिलहाल प्रशासन लग नहीं रहा। प्रशासन की लापरवाही का प्रत्यक्ष प्रमाण व्यस्तम सङक पर करीब महीने भर से गिरा बिखरा यह मलबा किसी जानलेवा हादसे का इंतजार करता नजर आ रहा है।