अभिनव टाइम्स | इंदिरा गांधी नहर परियोजना से जुड़े किसानों को सिंचाई के लिए शुक्रवार से भी तीन में एक बारी पानी मिलेगा। यानी नहर को तीन हिस्सों में विभाजित करके एक-एक बारी पानी तीनों ग्रुप में दिया जाएगा। वर्तमान में भी किसान को तीन में एक बारी पानी मिल रहा है। आमतौर पर इस समय नहर को चार ग्रुप में बांटकर दो बारी पानी की जरूरत होती है लेकिन इस बार अच्छी खासी बरसात ने किसान की जरूरत पूरी कर दी है।
इंदिरा गांधी नहर को पानी देने वाले पोंग डेम, भाखड़ा डेम, थीन डेम में पानी की आवक अच्छी है और नहर प्रबंधन चाहता तो चार में दो बारी पानी दे सकता था। इस समय किसान की जरूरत ज्यादा नहीं होने के कारण नहर प्रबंधन ने पानी सुरक्षित रखने का निर्णय किया है। अब सितम्बर-अक्टूबर में किसान को पानी की जरूरत होगी, तब चार में दो बारी पानी दिया जा सकता है। फिलहाल नहर विभाग ने 19 अगस्त से 14 सितम्बर तक का रेगुलेशन जारी किया है।
अगस्त में होगी मीटिंग
अगस्त के अंतिम सप्ताह में होने वाली टेक्निकल कमेटी की मीटिंग के बाद ही तय होगा कि 14 सितम्बर के बाद कितना पानी दिया जा सकेगा। हिमाचल व पंजाब में जबर्दस्त बारिश से नहरों व बांधों में जबर्दस्त पानी आया है। ऐसे में 14 सितम्बर के बाद चार में दो बारी पानी मिल सकता है।
खेत में बंपर फसल
इस बार खेतों में बंपर फसल आने की उम्मीद की जा रही है। इस समय खेत में ग्वार, मोंग, मोठ, मूंगफली, बाजरी की फसल हो रही है। ग्वार व मोंग की फसल बंपर आ सकती है। बीकानेर के ही खाजूवाला सहित अनेक एरिया में बारिश से कुछ फसल खराब हुई है, फिर भी किसान के खेत से भारी मात्रा में फसल मंडी तक पहुंचने की उम्मीद है।