अभिनव न्यूज ।राजस्थान में मानसून की मेहरबानी बनी हुई है। पिछले 24 घंटे में जयपुर के आस-पास के क्षेत्र में 2 से लेकर 5 इंच तक बरसात हुई। सबसे ज्यादा बारिश दूदू के मौजमाबाद एरिया में 5 इंच रिकॉर्ड हुई। राजस्थान और MP में हो रही बारिश के चलते कालीसिंध, चंबल नदियों में लगातार पानी आ रहा है। इसके चलते कोटा संभाग में बने बड़े बांधों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। मौसम विभाग ने आज 11 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
मौसम केन्द्र जयपुर के मुताबिक पिछले दिनों बंगाल की खाड़ी में बना एक लो प्रेशर सिस्टम डिप्रेशन में बदल गया था। इस सिस्टम का मूवमेंट पश्चिमी भारत की ओर है और ये मध्य प्रदेश में एंट्री कर चुकी है। इस कारण मध्य प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों में आज कई जगह तेज बरसात हो रही है।
ये सिस्टम धीरे-धीरे अब आगे बढ़कर राजस्थान के दक्षिणी-पूर्वी हिस्से तक आ गया है। संभावना है कि आज देर शाम तक इस सिस्टम के असर से कोटा, उदयपुर संभाग के झालावाड़, प्रतापगढ़, बारां, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, उदयपुर जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है।
अगले 24 से 36 घंटे के दौरान दक्षिणी राजस्थान से आगे पश्चिम में पाकिस्तान की तरफ मूव करेगा, जिससे जोधपुर संभाग के बाड़मेर, जालोर, पाली, जोधपुर, जैसलमेर जिलों में मंगलवार को भारी बारिश होने का अनुमान है।
बांधों से लगातार छोड़ा जा रहा है पानी
इधर बारां, झालावाड़, कोटा में लगातार हो रही बारिश और MP से आ रहे पानी के कारण बांधों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। झालावाड़ के कालीसिंध बांध के 2 गेट से 16 हजार क्यूसेक और कोटा बैराज के 2 गेट से 7334 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इनके अलावा झालावाड़ के भीम सागर के 2 और छापी, राजगढ़ बांध के 1-1 गेट से पानी की निकासी की जा रही है।
जयपुर में तेज बारिश से टीनशैड गिरा, 5 बकरियां मरी
पिछले 24 घंटे में जयपुर, बारां, बूंदी, दौसा, भरतपुर, और अलवर जिलों में अच्छी बरसात हुई। सबसे ज्यादा बारिश जयपुर जिले के दूदू में मौजमाबाद एरिया में 124MM (5 इंच) और 4 इंच बारिश छापरवाड़ा में रिकॉर्ड हुई। देर रात हुई तेज बारिश के बाद यहां एक मकान की दीवार ढह गई। इसके सहारे लगा टीनशेड भी गिर गया। मलबे के नीचे दबने से 5 बकरियाें की मौत हो गई। तेज बारिश के बाद मौजमाबाद का एकमात्र बांध नया सागर पर चादर चलने लगी। इधर, कस्बे के समीप मीरापुरा गांव में एनिकट टूटने के बाद मेरापुरा का तालाब टूटने का संकट गहरा गया है। नरैना, दूदू, जोबनेर में भी अच्छी बरसात हुई।