अभिनव टाइम्स । देश में मंकीपॉक्स वायरस के मामलों की रोकथाम के लिए सरकार के प्रयास जारी हैं. इस बीच खबर है कि मंकीपॉक्स की वैक्सीन के लिए कोशिशें तेज हो गई है. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल पर मंकीपॉक्सवायरस के लिए स्वदेशी वैक्सीन और डिटेक्शन किट विकसित करने वाले विभिन्न निर्माताओं से 31 बोलियां प्राप्त हुईं. आईसीएमआर के उच्च सूत्रों ने न्यूज18 को इस बात की जानकारी दी है.
वहीं आठ फर्मों ने वैक्सीन बनाने में रुचि दिखाई है, जबकि 23 ने डायग्नोस्टिक किट विकसित करने के लिए आवेदन किया है. बता दें कि देश में मंकीपॉक्स संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इस बीच दिल्ली में मंकीपॉक्स वायरस का पांचवा मरीज मिला है. लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल में भर्ती महिला की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इस महिला को तेज बुखार और हाथ में दाने होने के बाद एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. महिला की स्थिति फिलहाल स्थिर है.
देश में मंकीपॉक्स संक्रमितों की संख्या 10 हुई
देश में अब वायरस से संक्रमितों की संख्या बढ़ कर 10 हो गई है. वहीं WHO ने हाल ही में मंकीपॉक्स को अंतरराष्ट्रीय चिंता का कारण बताते हुए ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है. मंकीपॉक्स एक पशुजनित रोग है, जिसका मतलब है कि यह पशुओं से मनुष्यों में फैलता है. मंकीपॉक्स कई जानवरों के जरिए फैल सकता है, जिनमें बंदर व लंगूर, गिलहरी, चूहे और चुहिया शामिल हैं. लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि वायरस उन देशों में जगह नहीं बना सकता, जहां ये जानवर नहीं पाए जाते.
फिलहाल मंकीपॉक्स वायरस से बचाव के लिए कोई वैक्सीन और इलाज नहीं है. डॉक्टर्स की सलाह है कि सबसे पहले संक्रमण से बचने के लिए संक्रमित व्यक्तियों से दूर रहें, साथ ही संक्रमित होने पर किसी के संपर्क में आने से बचें. इस बीमारी के बारे में उपलब्ध साक्ष्य के आधार पर संक्रमित मरीज 28 दिन में इस बीमारी से उबर सकते हैं और कुछ लोग 21 दिन में भी वायरस को मात दे सकते हैं.