अभिनव न्यूज | कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ED) बुधवार को लगातार दूसरे दिन पूछताछ कर रही है। सोनिया से अब तक यह तीसरे दिन की पूछताछ है। पहली बार वे 21 जुलाई को ED दफ्तर पहुंचीं थीं और उनसे 3 घंटे पूछताछ हुई। इसके बाद 5 दिन का ब्रेक मिला। उन्हें 26 जुलाई को बुलाया गया और 6 घंटे तक सवाल हुए। अब तक सोनिया से 75 सवाल किए गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार को जब ED ने उनसे कंपनियों के लेन-देन के बारे में सवाल किया तो सोनिया ने जवाब दिया- कांग्रेस, एसोसिएट जर्नल और यंग इंडियन से जुड़े सभी लेनदेन पूर्व कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा देखते थे।
सोनिया गांधी ED ऑफिस के पहुंचीं। उनके साथ प्रियंका गांधी भी हैं। ED की एक विशेष टीम उनसे पूछताछ कर रही हैं।
कांग्रेस ने सोनिया गांधी से ED की पूछताछ को देखते हुए कांग्रेस मुख्यालय में सभी बड़े नेताओं की मीटिंग बुलाई। संसद भवन में भी मीटिंग हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे इसकी अगुआई करेंगे।
कांग्रेस सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने राज्यसभा में सस्पेंशन ऑफ बिजनेस का नोटिस दिया है। गोहिल ने नोटिस में कहा है कि विपक्षी पार्टियों पर बदले की भावना से जांच एजेंसी कार्रवाई कर रही है।
3 बड़े बयान
1. गुलाम नबी आजाद: ED ने पूछताछ बंद कर दी थी। अब पहले राहुल गांधी से और फिर सोनिया गांधी से पूछताछ कर रही हैं। औरत और बीमार लोगों पर जंग में भी हाथ नहीं उठाया जाता है। मोदी सरकार की कार्रवाई के मामले में निचले स्तर पर उतर आई है।
2. जेपी नड्डा – नेशनल हेराल्ड में करोड़ों का घोटाला हुआ है। कानून के हिसाब से जांच एजेंसी काम कर रही है। एक परिवार को बचाने के लिए सत्याग्रह का ड्रामा किया जा रहा है। यह असत्य के लिए आग्रह है।
3. मल्लिकार्जुन खड़गे: ED बार-बार धमकी दे रही है। कांग्रेस को बदनाम और परेशान करने की कोशिश कर रही है। सोनिया गांधी की तबियत ठीक नहीं है, लेकिन फिर भी परेशान किया जा रहा है।उन्हें लगता है ऐसा करने से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटेगा लेकिन हम पीछे नहीं हटने वाले हैं।