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Friday, September 20

263 रुपए ज्यादा आएगा बिजली का बिल….

फ्यूल सरचार्ज की पुरानी वसूली के कारण ज्यादा पैसे देने होंगे

अभिनव न्यूज

राजस्थान में बिजली महंगी हो गई है। फ्यूल सरचार्ज के तौर पर 24 पैसे प्रति यूनिट की रेट से घरेलू, कॉमर्शियल, इंडस्ट्रियल बिजली कंज्यूमर्स से वसूली होगी। इसका सीधा असर प्रदेश के करीब 1 करोड़ 30 लाख कंज्यूमर्स पर पड़ेगा। साल 2021-22 की दूसरी तिमाही (जुलाई-अगस्त-सितम्बर 2021) की यह फ्यूल सरचार्ज वसूली आगामी अगस्त और सितम्बर 2022 के बिजली बिलों में की जाएगी।

यही नहीं, पिछले एक साल का फ्यूल सरचार्ज तय होना बाकी है। इसलिए आगे बिजली के बिल बढ़कर आने तय हैं। तीनों बिजली कम्पनियां- JVVNL (जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड), JDVVNL (जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेज), AVVNL ( अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेज) बढ़े हुए फ्यूल सरचार्ज की वसूली कंज्यूमर से करेंगी।

एनर्जी डिपार्टमेंट के प्रिंसिपल सेक्रेटरी और डिस्कॉम्स चेयरमैन भास्कर ए सावंत ने बताया- जुलाई 2021 से सितम्बर 2021 के लिए राजस्थान इलेक्ट्रिसिटी रेग्युलेटरी कमीशन (RERC) ने फ्यूल सरचार्ज वसूली 24 पैसे प्रति यूनिट तय की है। बिजली उपभोक्ताओं पर आने वाले भार को देखते हुए राहत देने के लिए इस अमाउंट को दो बराबर किस्तों में अगस्त और सितम्बर, 2022 के बिजली बिलों में वसूलने का फैसला लिया गया है।

फ्यूल सरचार्ज के कैलकुलेशन में शॉर्ट टर्म और एनर्जी एक्सचेंज से खरीदी पावर को शामिल नहीं किया जाता है। कृषि उपभोक्ताओं के बिजली कन्जम्पशन पर फ्यूल सरचार्ज नहीं लगेगा। राज्य सरकार सब्सिडी के रूप में उस अमाउंट को भरेगी। प्रदेश के 15.70 लाख कृषि उपभोक्ताओं पर फ्यूल सरचार्ज का असर नहीं पड़ेगा।

350 यूनिट प्रतिमाह के आधार पर 263 रुपए वसूली होगी
पिछले क्वार्टर के आधार पर कैलकुलेशन करते हुए मिडिल क्लास घर का उदाहरण लें, तो महीने में 350 यूनिट बिजली यूज होने पर उपभोक्ता को करीब 263 रुपए तीन महीने के बिल पर फ्यूल सरचार्ज के चुकाने होंगे। ज्यादा बिजली कन्ज्यूम होने पर उसी रेश्यो में यह अमाउंट बढ़ता जाएगा। अनुमान के मुताबिक, अकेला जयपुर डिस्कॉम ही 250 करोड़ रुपए से ज्यादा वसूली करता है। तीनों डिस्कॉम्स 550 से 650 करोड़ रुपए तक उपभोक्ताओं से फ्यूल सरचार्ज वसूलते हैं।

साल 2012-13 से हर 3 महीने के आधार पर वसूली जारी
यह फ्यूल सरचार्ज साल 2012-2013 से रेगुलर 3 महीने के आधार पर बिलों के जरिए वसूल किया जा रहा है। बिजली डिस्कॉम के प्रपोजल के बाद आने वाले महीनों में RERC जो फ्यूल सरचार्ज तय करेगा, उसी आधार पर ज्यादा या कम वसूली होगी।

क्या होता है फ्यूल सरचार्ज ?
डिस्कॉम बिजली सप्लाई के लिए अलग-अलग सोर्सेज से RERC की ओर से तय फिक्स्ड और वैरिएबल कॉस्ट की रेट पर बिजली खरीदता है। कमीशन की ओर से तय रेट्स पर बिजली कन्ज्यूमर्स की कैटेगरी के हिसाब से चार्ज की वसूली की जाती है। फ्यूल की कीमतों में बढ़ोतरी, टैक्स और सरचार्ज की रेट में बदलाव, रेल और मालभाड़े में बढ़ोतरी के कारण बिजली प्रोडक्शन की रेट में बदलाव होता है। अलग-अलग बिजली प्रोडक्शन सेंटर्स या पावर प्लांट से वास्तविक प्रोडक्शन लागत के मुताबिक बिजली की वैरिएबल कॉस्ट बाद में मिलती है। इसकी वसूली बिजली उपभोक्ताओं से बाद में की जाती है।

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