केरल में कोल्लम के बाद अब कन्नूर में हुई मरीज की पुष्टि;
अभिनव न्यूज
76 देशों में दहशत फैलाने वाला मंकीपॉक्स अब भारत में भी दस्तक दे चुका है। केरल के कन्नूर शहर में सोमवार को दूसरा मामला सामने आया। इससे पहले गुरुवार को केरल के ही कोल्लम में पहले मामले की पुष्टि हुई थी।
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि दूसरा मरीज 31 साल का युवक है। वह दुबई से मेंगलुरु एयरपोर्ट पर 13 जुलाई को आया था। इससे पहले 35 साल का मरीज संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से कोल्लम पहुंचा था। जांच के बाद उसमें भी लक्षण पाए गए थे।
जॉर्ज ने बताया कि दो केस सामने आने के बाद राज्य के पांच जिलों तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, अलाप्पुझा और कोट्टायम को हाईअलर्ट पर रखा गया है, क्योंकि मरीजों का संपर्क इन जिलों से रहा है। इधर, दुबई से लौटे दूसरे मरीज को इलाज के लिए परियाराम मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया। फिलहाल मरीज की हालत स्थिर है। उसके संपर्क में आए लोगों की भी जांच की जा रही है।
केंद्र सरकार रख रही यात्रियों पर नजर
मंकीपॉक्स को तेजी से फैलता देख केंद्र सरकार भी हरकत में आ गई है। पहला केस मिलने के बाद हेल्थ मिनिस्ट्री ने शुक्रवार को जरूरी दिशानिर्देश जारी किए हैं। इनमें विदेश से आने वाले यात्रियों की टेस्टिंग, मरीज के संपर्क में आए लोगों की निगरानी और इलाज करने की प्रक्रिया का भी जिक्र है।
यात्रा करने वालों के लिए गाइडलाइन
- विदेश से लौटे यात्रियों को बीमार लोगों के संपर्क में आने से बचना होगा।
- उन्हें जिंदा या मृत जंगली जानवरों और चूहे, गिलहरी, बंदरों के संपर्क में आने से बचना होगा।
- यात्रियों को जंगली जानवरों का मीट न खाने और अफ्रीका के जानवरों से बनी क्रीम, लोशन और पाउडर जैसी चीजों का इस्तेमाल न करने की सलाह दी गई है।
- बीमार लोगों या संक्रमित जानवरों के संपर्क में आए बिस्तर व कपड़ों से दूर रहना होगा।
संदिग्ध मरीज कौन कहलाएगा?
वे लोग जो पिछले 21 दिनों में मंकीपॉक्स से ग्रस्त देशों की यात्रा कर लौटे हैं और उनमें बीमारी के लक्षण हैं, उन्हें संदिग्ध मरीजों की लिस्ट में शामिल किया जाएगा। लक्षणों में शरीर पर मवाद से भरे दाने, तेज बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, कमजोरी और सूजी हुई लिंफ नोड्स शामिल हैं। संदिग्ध मरीज किसी भी उम्र या जेंडर का हो सकता है।
संभावित मरीज कौन कहलाएगा?
वह व्यक्ति जो संदिग्ध मरीज के संपर्क में आया हो या संक्रमित मरीज की छुई हुई चीजों या उसके फिजिकल कॉन्टैक्ट में आया हो, वह मंकीपॉक्स का संभावित मरीज हो सकता है। सरकार के अनुसार, ऐसे लोगों पर संपर्क में आने के अगले 21 दिन नजर रखी जाएगी।
दुनियाभर में मंकीपॉक्स के मामले 12 हजार के पार
Monkeypoxmeter.com के डेटा के मुताबिक, अब तक 76 देशों में 12,701 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से यूरोप में सबसे ज्यादा 9,708 लोग मंकीपॉक्स की चपेट में आए हैं। वहीं, बीमारी से ग्रस्त टॉप 10 देशों में ब्रिटेन, स्पेन, अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, पुर्तगाल, कनाडा, नीदरलैंड्स, इटली और बेल्जियम शामिल हैं। मंकीपॉक्स से इस साल तीन लोगों की मौत हो चुकी है।