भीलवाड़ा से निकलने वाली नदियों में अवैध बजरी खनन का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। मानसून से नदियों में पानी आने के चलते माफियाओं ने पहले की लाखों टन बजरी का स्टॉक अलग-अलग क्षेत्रों में इकट्ठा कर लिया है। इसके चलते ग्रामीणों का विरोध शुरू हो चुका है।
दरअसल, सातोला का खेड़ा ग्रामीणों ने रविवार शाम को अपना विरोध-प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने बताया कि गांव से कोठारी नदी गुजरती है। जहां हमेशा बजरी का अवैध खनन होता है। लम्बे समय से ग्रामीणों द्वारा संबंधित अधिकारियों व पुलिस काे इस मामले में सूचना दी जा रही है। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। अब बारिश के सीजन में नदी में खनन नहीं हो पाएगा। ऐसे में बजरी माफिया ने गांव के बाहर काफी मात्रा में बजरी का स्टॉक इक्कठा कर रखा है। यह पूरी तरह से अवैध है। इन सभी के बाद भी अधिकारी मौके पर कार्रवाई करने के लिए नहीं आ रहे। इस स्टॉक पर कार्रवाई हो सके। इसको लेकर ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया था।