राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र वायनाड के ऑफिस में तोड़फोड़ को लेकर दिए गए गलत बयान को उदयपुर की घटना से जोड़ने का मामला पुलिस तक पहुंच गया है। इस मामले में टीवी चैनल पर प्रसारित करने और उसे कई बीजेपी नेताओं की ओर से फैलाने पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय प्रभारी रामसिंह कस्वां ने जयपुर के बनीपार्क थाने में FIR दर्ज कराई है। टीवी चैनल के प्रमोटर, एडिटर, एंकर और बीजेपी सांसद, विधायक समेत अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। आरोप है कि चैनल और बीजेपी नेताओं सहित अन्य ने राहुल गांधी के वायनाड़ के बयान को तोड़ मरोड़कर आमजन को भड़काने और धार्मिक भावनाएं आहत करने की कोशिश की। इससे दंगा-फसाद और शांति भंग की स्थिति पैदा हो सकती है।
राहुल गांधी का नाम लेकर झूठी खबर बनाकर फैलाई
कांग्रेस नेता रामसिंह कस्वां ने टेलीफोन पर बातचीत में दैनिक भास्कर को बताया कि 1 जुलाई की रात 9 बजे टीवी शो में राहुल गांधी के बयान को एडिट करके उदयपुर की घटना से जोड़़कर दिखाया गया। इससे आम जनता की भावनाएं आहत करने, दंगा-फसाद भड़काने, देश में अमन और शांति व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई। जानबूझकर राहुल गांधी का नाम लेकर झूठी खबर बनाकर चलाई और फैलाई गई। टीवी शो के बाद एडिट करके क्लिप तैयार कर उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। बीजेपी सांसद, विधायक और अन्य लोगों ने इसे फैलाने का काम किया। इसलिए टीवी के मालिक, प्रमोटर, एंकर रोहित रंजन, सांसद राज्यवर्द्धन सिंह, मेजर सुरेन्द्र सिंह, उत्तरप्रदेश से विधायक कमलेश सैनी सहित कई अन्य लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है। इन सभी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है।
राहुल ने क्या कहा था ?
1 जुलाई को राहुल गांधी ने संसदीय क्षेत्र केरल के वायनाड में अपने कार्यालय का दौरा किया। इस कार्यालय में माकपा की स्टूडेंट यूनिट SFI के कार्यकर्ताओं ने 24 जून को बफर जोन के मुद्दे पर तोड़फोड़ की थी। राहुल ने SFI की ओर से इस तोड़फोड़ के काम को ‘गैर जिम्मेदाराना’ बताया। पत्रकारों से बातचीत में राहुल गांधी ने कहा कि यह वायनाड के लोगों का कार्यालय है और वामपंथी छात्र कार्यकर्ताओं ने जो कुछ किया गया, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा कभी भी समस्याओं का समाधान नहीं करती है और उनके मन में उनके (तोड़फोड़ करने वालों के) लिए कोई क्रोध या शत्रुता नहीं है। उन्होंने कहा देश में आप सब जगह जो विचार देखते हैं वह यह है कि हिंसा से समस्याएं हल हो जाएंगी। लेकिन हिंसा कभी समस्याओं का हल नहीं करती है। ऐसा करना अच्छी बात नहीं है। उन्होंने गैर-जिम्मेदाराना ढंग से काम किया। लेकिन मेरे मन में उनके प्रति कोई गुस्सा या शत्रुता का भाव नहीं है।
राहुल गांधी ने कहा- वे बच्चे हैं लेकिन उन्होंने जो किया, उसके लिए कोई गुस्सा या दुश्मनी नहीं है। लेकिन उन्होंने जो किया, वे उसके परिणाम को नहीं समझते। नूपुर शर्मा को लेकर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि नूपुर शर्मा की टिप्पणी से देश में जो माहौल बना हुआ है, दरअसल वह उन्होंने नहीं, बल्कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी और आरएसएस ने बनाया है।