बीकानेर में रविवार को भी जमकर बारिश हुई। खासकर बीकानेर से श्रीगंगानगर की ओर पूरे रास्ते में झमाझम बारिश हुई। लूणकरनसर में बामनवाली के पास बादल इतने बरसे कि रेलवे ट्रेक के नीचे से मिट्टी और कंक्रीट बह गई। रेल परिवहन के दौरान बड़ा हादसा भी हो सकता था लेकिन इससे पहले ही रेलवे कर्मचारी मौके पर पहुंच गए। अब रेल पटरियों के आसपास से पानी निकालने के साथ ही कंक्रीट और मिट्टी से ट्रेक को मजबूत किया जा रहा है। इस मार्ग पर आने वाली रेल गाड़ियों को पिछले स्टेशन पर रुकना पड़ा है।
मामला लूणकरणसर के बामनवाली एरिया का है। जहां पिछले चौबीस घंटे से लगातार बारिश हो रही है। शनिवार रात से रविवार सुबह तक तेज बारिश के कारण रेल पटरियां पानी में डूब गई। रेलवे को इसकी सूचना मिलने पर एक टीम को मौके पर भेजा गया। जहां से अतिरिक्त कर्मचारियों को बुलाकर रास्ते को फिर से सही किया गया। दरअसल, पानी का बहाव तेज होने के कारण यहां से पटरी के नीचे कुछ भी नहीं रहा। अगर ट्रेन गुजरती तो बड़ा हासदा हो सकता था।
बामनवाली के साथ ही लूणकरनसर के अधिकांश हिस्सों में तेज बारिश हुई है। जिसके बाद कई कच्चे मकान गांवों में धराशायी हो गए हैं, जबकि पशुओं को बड़ी समस्या हो रही है। अब तक किसी तरह की अनहोनी या जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है। बीकानेर के बज्जू, छत्तरगढ़, नोखा, डूंगरगढ़ में भी बारिश हुई है। बीकानेर शहर में जहां 18 एमएम बारिश हुई है, वहीं छत्तरगढ़ में 45, बज्जू में 44, नोखा में 42, डूंगरगढ़ में 21 एमएम बारिश दर्ज की गई है। बीकानेर के अलावा चूरू में भी तेज बारिश हुई है।