जयपुर: पंचांग का हिंदू धर्म में शुभ व अशुभ देखने के लिए विशेष महत्व होता है. पंचाग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है. यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, शुभ तिथि, नक्षत्र, व्रतोत्सव, राहुकाल, दिशाशूल और आज शुभ चौघड़िये आदि की जानकारी देते हैं
शुभ मास- आषाढ़ मास कृष्ण पक्ष
शुभ तिथि अष्टमी जया संज्ञक तिथि रात्रि 8 बजकर 31 मिनट तक रहेगी. अष्टमी तिथि मे यथा आवश्यक विवाह आदी, मनोरंजन, लेखन, प्रवेश इत्यादि कार्य शुभ रहते हैं. अष्टमी तिथि में जन्मे पुत्र या पुत्री धनवान, गुणवान, पराक्रमी होते हैं. अष्टमी तिथि को मास मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए.
उत्तरा भाद्रपद “ध्रुव-उर्ध्वमुख मुख” संज्ञक नक्षत्र रात्रि 5 बजकर 2 मिनट तक रहेगा. उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में स्थिर कार्य, वास्तु, शांति कर्म, विवाह इत्यादि मांगलिक कार्य विशेष रूप से सिद्ध होते हैं. उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक धनी, साहसी, प्रसिद्ध, सुन्दर, धनवान, बुद्धिमान होता है.
चन्द्रमा- सम्पूर्ण दिन मीन राशि में संचार करेगा
व्रतोत्सव- पंचक
राहुकाल- दोपहर 3 बजे से 4.30 बजे तक
दिशाशूल- मंगलवार को उत्त्तर दिशा में दिशाशूल रहता है. यात्रा को सफल बनाने लिए घर से गुड़ खा कर निकले.
आज के शुभ चौघड़िये- प्रातः 9.04 मिनट से दोपहर 02.13 मिनट तक चर, लाभ, अमृत का और दोपहर 3.56 मिनट से सायं 5.39 तक शुभ का चौघड़िया.