नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को प्रगति मैदान एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना की मुख्य सुरंग और पांच अंडरपास राष्ट्र को समर्पित करेंगे. यह परियोजना प्रगति मैदान पुनर्विकास परियोजना का एक अभिन्न अंग है
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने शुक्रवार को यहां जारी एक बयान में यह जानकारी दी. उसके मुताबिक प्रधानमंत्री इस अवसर पर एक सभा को भी संबोधित करेंगे.
पीएमओ ने कहा कि पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित इस परियोजना को 920 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है. इसका उद्देश्य प्रगति मैदान में विकसित किए जा रहे नए विश्व स्तरीय प्रदर्शनी और कन्वेंशन सेंटर तक सुगम पहुंच प्रदान करना है, जिससे प्रगति मैदान में होने वाले कार्यक्रमों में प्रदर्शकों और आगंतुकों की आसानी से भागीदारी हो सके.
लागत को काफी हद तक कम करने में मदद मिलेगी:
इस परियोजना का प्रभाव प्रगति मैदान से बहुत आगे का होगा क्योंकि यह वाहनों की परेशानी मुक्त आवाजाही सुनिश्चित करेगा और इससे यात्रियों के समय और आवाजाही पर आने वाली लागत को काफी हद तक कम करने में मदद मिलेगी. यह शहरी बुनियादी ढांचे को बदलने के माध्यम से लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए सरकार की व्यापक दृष्टि का हिस्सा है.
दो क्रॉस सुरंगों का निर्माण किया गया:
पीएमओ के मुताबिक मुख्य सुरंग पुराना किला रोड के माध्यम से रिंग रोड को इंडिया गेट से जोड़ती है. उसके मुताबिक छह लेन में इस विभाजित सुरंग के कई उद्देश्य हैं, जिसमें प्रगति मैदान की विशाल बेसमेंट पार्किंग तक पहुंच शामिल है. इस सुरंग का एक अनूठा घटक यह है कि पार्किंग स्थल के दोनों ओर से यातायात की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए मुख्य सुरंग सड़क के नीचे दो क्रॉस सुरंगों का निर्माण किया गया है.
एक वैकल्पिक मार्ग के रूप में काम करेगी:
यह सुरंग अग्नि प्रबंधन, स्वचालित जल निकासी, डिजिटल रूप से नियंत्रित सीसीटीवी और सार्वजनिक घोषणा प्रणाली के साथ नवीनतम वैश्विक मानक सुविधाओं से लैस है. पीएमओ के मुताबिक लंबे समय से प्रतीक्षित यह सुरंग भैरों मार्ग के लिए एक वैकल्पिक मार्ग के रूप में काम करेगी और इससे भैरों मार्ग पर आधे से अधिक यातायात भार के कम हो जाने की उम्मीद है. इस सुरंग के साथ-साथ छह अंडरपास भी होंगे जिसमे चार मथुरा रोड पर, एक भैरों मार्ग पर तथा एक रिंग रोड पर होगा