अभिनव न्यूज, बीकानेर। हिन्दी- राजस्थानी के वरिष्ठ साहित्यकार स्व. लक्ष्मीनारायण रंगा की स्मृति में निशुल्क संस्कृत संभाषण शिविर संस्कृत भारती के द्वारा आयोजित किया जा रहा है।शिविर का उद्घाटन सोमवार को नालन्दा पब्लिक स्कूल में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजेश रंगा तथा अध्यक्ष संस्कृत विद्वान कृष्ण चंद्र जोशी तथा विशिष्ट अतिथि संस्कृत व्याख्याता श्रीमती आशा कंवर थी।मुख्य अतिथि राजेश रंगा ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज समाज में संस्कृत भाषा की महती आवश्यकता है। इसभाषा के अधिकाधिक प्रयोग से बालकों में अच्छे संस्कारों का विकास होगा। कार्यक्रम के अध्यक्ष संस्कृत अनुरागी कृष्ण चंद्र जोशी ने कहा कि संस्कृत भाषा एक वैज्ञानिक भाषा है ।यह सभी भाषाओं की जननी है । भारत राष्ट्र की व समस्त शास्त्रों की प्राण भूत भाषा है। प्राचीन काल में संस्कृत भाषा के कारण ही भारत विश्व में पूजनीय था इसलिए इस भाषा का विकास और संवाद आधिकाधिक होना चाहिए । विशिष्ट अतिथि संस्कृत व्याख्याता श्रीमती आशा कँवर अपने उद्बोधन में कहा कि संस्कृत भाषा सुपर कंप्यूटर के लिए सबसे उपयुक्त भाषा है ।
संस्कृत भाषा के उच्चारण से अनेक प्रकार की बीमारियों का नाश होता है कार्यक्रम में संस्कृत भारती के कार्यकर्ता डॉ योगेश व्यास तथा सुरेखा ओझा ने संस्कृत गीत प्रस्तुत कर वातावरण को संस्कृतमय कर दिया। संस्कृत भारती के अध्यक्ष श्री राजेंद्र सुथार ने संस्कृत भाषा को पुनः जन भाषा बनाने की अपील की । कार्यक्रम में संस्कृत भारती के पदाधिकारी हरिशंकर सारस्वत ,ताराचंद्र रेपसवाल, धर्मेंद्र श्रीमाली, वीरेंद्र मोहन शर्मा, सरोज पवार, हरिशंकर आचार्य आदि सभी ने अपने विचार प्रस्तुत किये। प्रायः सभी ने बोलचाल में अधिक से अधिक संस्कृत के शब्दों का प्रयोग करने के लिए कहा। शिविर में नरेश सारस्वत प्रशिक्षक की भूमिका निभाएंगे। शिविर का समय प्रातः आठ बजे से बारह बजे तक रहेगा। कार्यक्रम का संचालन बलदेव व्यास ने किया। कार्यक्रम के अंत में संस्कृत भारती के मंत्री हरिशंकर सारस्वत ने धन्यवाद ज्ञापित किया।