बीकानेर | इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल की कीमतों में तेजी और पेट्रोल-डीजल की कीमतों को स्थिर रखने की कोशिशों के बीच पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल की अघोषित राशनिंग करनी शुरू कर दी है। सरकारी कंपनियों ने डीलरों को दी जाने वाली पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति के फार्मूले भी तय कर दिए हैं। जिसके तहत 60 प्रतिशत तक की कटाैती की जा रही है। तीन महीने में पेट्रोल पंपों काे बिक्री का 40 से 50 फीसदी तेल ही कंपनियाें से मिल रहा है। यानी डीलर अब बिक्री से ज्यादा पेट्रोल-डीजल का स्टॉक नहीं कर सकेंगे। इसके बावजूद अच्छी बात यह है कि जिले में फिलहाल किसी भी पेट्रोल पंप के सूखा होने की स्थिति नहीं आई है। एस्सार और रिलायंस से जुड़े पेट्रोल पंपों पर आपूर्ति कम हुई है, जिसके चलते जिले के करीब 35 पेट्रोल पंप बंद होने के कगार पर पहुंच चुके हैं।
- 210 पेट्राेल पंप
- 35 एस्सार और रिलायंस के
- 2.50 लाख लीटर पेट्राेल की राेज ब्रिकी
- 3.50 लाख लीटर डीजल की राेज ब्रिकी
जिले के करीब दो सौ पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति में कोई कमी नहीं हुई है। कंपनियां मांग अनुरूप पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति कर रही है। कंपनियों ने बिक्री का फार्मूला जरूर तय किया है। आपूर्ति और बिक्री पर नजर रखी जा रही है, ताकि कोई अनावश्यक स्टॉक नहीं करे। –सुरपत सिंह राजवी, अध्यक्ष बीकानेर पेट्रोलियम पदार्थ विक्रेता संघ बीकानेर
पेट्रोल-डीजल की बिक्री में इजाफा
एस्सार और रिलायंस से जुड़े पेट्रोल पंपों पर हुई कटौती के बाद दूसरी कंपनियों के पेट्रोल पंपों पर बिक्री करीब 20 से 30 फीसदी बढ़ी है। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में उछाल आने की संभावनाओं को भी बिक्री बढऩे का एक बड़ा कारण माना जा रहा है। जिले में अधिकतर पेट्रोल पंप भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (बीपीसीएल), हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कंपनी (एचपीसीएल) तथा इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) के हैं। यहां रोजाना करीब तीन लाख लीटर पेट्रोल-डीजल की बिक्री होती है। भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के सेल्स ऑफिसर तिलक राज ने बताया कि पेट्रोल-डीजल का कोई संकट नहीं है। जिले में पूर्व की भांति आपूर्ति की जा रही है।