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Friday, November 15

अमिताभ बच्चन को बचपन में साइकिल चलाना था बेहद पसंद, जिद करने पर हुई थी पिटाई, कई दिन तपे थे बुखार में

अभिनव न्यूज, नेटवर्क। सदी के महानायक अमिताभ बच्चन आज अपना 82वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं. बिग बी को उनके खास दिन पर दुनिया भर से बधाई और शुभकामनाएं मिल रही हैं. वहीं बॉलीवुड के शहंशाह की जन्मस्थली संगम नगरी प्रयागराज भी खास अंदाज में उनकी लंबी उम्र और स्वस्थ रहने की कामना कर रही है. प्रयागराज यानी इलाहाबाद के लोग अमिताभ बच्चन को आज भी उनके बचपन के नाम मुन्ना से ही पुकारते हैं. अमिताभ बच्चन ने इलाहाबाद की जमीन पर आंख खोली थी और अपने बचपन के तकरीबन बारह साल शहर में बिताए थे.

 प्रयागराज में अमिताभ बच्चन से जुड़ी तमाम बातों पर आज भी खूब चर्चा होती रहती है. जानकारों के मुताबिक सदी के महानायक को बचपन में साइकिल चलाने का बहुत शौक था. छोटी उम्र में ही वह साइकिल चलाने लगे थे. हालांकि पिता हरिवंश राय बच्चन ने काफी जद्दोजेहद के बाद उन्हें साइकिल दिलाई थी. साइकिल चलाने में सड़क पर गिरने पर उन्हें काफी चोट भी आई 

साइकिल के लिए जिद करने पर हुई थी बिग बी की पिटाई
प्रयागराज के पुराने लोगों के मुताबिक अमिताभ बच्चन के साथ के तमाम बच्चे सिविल लाइंस और आसपास के इलाकों से साइकिल पर सवार होकर बॉयज हाई स्कूल में पढ़ाई के लिए जाते थे. अमिताभ ने दोस्तों की साइकिल लेकर उसे चलाना सीखा था. इसके बाद वह जब भी पिता हरिवंश राय और मां तेजी बच्चन से साइकिल दिलाने की जिद करते तो वह दोनों डांटकर उन्हें शांत करा देते थे.एक बार साइकिल के लिए जिद पकड़ने पर हरिवंश राय बच्चन ने उनकी पिटाई कर दी थी.

पिता से पिटाई होने के बाद बुखार में तपे थे अमिताभ बच्चन
हमेशा पिता के लाड प्यार में रहने वाले अमिताभ बच्चन पिता की पिटाई से खासे आहत हुए थे. वह कई दिनों तक बुखार में तपते रहे थे. इसके बाद घर वालों ने उन्हें साइकिल दिलाई थी. हालांकि नई साइकिल मिलने के कुछ दिन बाद ही वह सड़क पर गिर पड़े थे और उन्हें काफी चोटें आई थी. चोट लगने की वजह से घर वाले कहीं साइकिल जब्त ना कर ले, अमिताभ ने इस वजह से कई दिनों तक चोट की बात छिपा कर रखी थी.

सिविल लाइंस की सड़कों पर खूब साइकिल चलाते थे अमिताभ
 अमिताभ बच्चन के जीवन पर काफी काम करने वाले साहित्यकार बाबा अभय अवस्थी के मुताबिक अमिताभ को सिर्फ क्लाइव रोड वाले बंगले में ही साइकिल चलाने की इजाजत थी. हालांकि मौका मिलने पर वह साइकिल लेकर बंगले के बाहर आ जाते थे और सिविल लाइंस की शांत सड़कों पर उसे दौड़ाते रहते थे. साइकिल चलाते हुए अक्सर वहां इलाहाबादी मुहावरे कच्चा पापड़ पक्का पापड़ बोलते रहते थे. उन्होंने इस मुहावरे को अपनी फिल्म याराना में भी जुड़वाया था. बाबा अभय अवस्थी के मुताबिक परिवार वालों को जब यह विश्वास हो गया कि वह ठीक से साइकिल चला लेते हैं तो उन्हें कभी-कभी साइकिल से घर से स्कूल तक जाने की इजाजत दे दी जाती थी.

चौक का इलाका अमिताभ को था बेहद पसंद
 हालांकि पिता हरिवंश राय बच्चन उन्हें खुद अपनी साइकिल पर बिठाकर चौक घुमाने के लिए ले जाते थे. चौक का इलाका अमिताभ बच्चन को काफी पसंद था. यहां आकर कुछ खास दुकानों की चाट और नमकीन खाते थे. अमिताभ बच्चन के पिता हरिवंश राय बच्चन को चौक इलाके की लोकनाथ गली की लस्सी बहुत पसंद थी. इलाहाबादी चाट और लस्सी का जिक्र अमिताभ बच्चन ने कई बार अपने इंटरव्यू और कौन बनेगा करोड़पति में भी किया है.

प्रयागराज के क्लाइव रोड के बंगले में बीता था अमिताभ का बचपन
अमिताभ का बचपना प्रयागराज के क्लाइव रोड स्थित जिस बंगले में बीता है, उसे फूलों वाला बंगला कहा जाता है. अकेले अमिताभ ही नहीं बल्कि पूरा बच्चन परिवार इस बंगले को खरीदना चाहता था, लेकिन बंगले के मालिक पूर्व सांसद शंकर तिवारी ने इसे नहीं बेचा था. कुछ दिन पहले अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय इस बंगले को बाहर से देखने के लिए आए हुए थे.

 सदी के महानायक को उनके जन्मदिन के मौके पर उनके अपने शहर प्रयागराज के लोग आज खास अंदाज में मुबारकबाद दे रहे हैं. लोग उनके हमेशा स्वस्थ रहने की कामना कर रहे हैं.

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