अभिनव न्यूज, नेटवर्क। राजस्थान में पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर सियासत गरमा गई है। कांग्रेस सरकार के दौरान पेट्रोल-डीजल पर GST कम नहीं किया गया था, जिससे कीमतों में कोई राहत नहीं मिली थी। उस वक्त बीजेपी ने इसका जोरदार विरोध किया था। लेकिन अब, भजनलाल सरकार बनने के बाद भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर कोई ठोस फैसला नहीं लिया गया है। इस पर अशोक गहलोत ने कहा है कि अगर कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों के अनुसार दरें घटाई जाएं, तो राजस्थान में पेट्रोल 10 रुपये और डीजल 8 रुपये तक सस्ता हो सकता है।
अशोक गहलोत ने सरकार पर साधा निशाना
अशोक गहलोत लगातार अपने एक्स अकाउंट पर सरकार की नीतियों का विरोध कर रहे हैं। अब उन्होंने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वादों को याद दिलाते हुए तीखा बयान दिया है।
तेल कंपनियों पर गंभीर आरोप
गहलोत ने कहा, “पिछले 6 महीनों में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में लगभग 21% की गिरावट आई है, लेकिन देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई कमी नहीं हुई है। ऐसा लगता है कि भारत सरकार और तेल कंपनियां मिलकर आम जनता की जेब पर डाका डाल रही हैं। अगर कच्चे तेल की कीमतों के अनुरूप दरें घटाई जाएं, तो पेट्रोल 10 रुपये और डीजल 8 रुपये प्रति लीटर तक सस्ता हो सकता है।”
कहां है मोदीजी की गारंटी?
गहलोत ने राजस्थान की जनता से कहा कि उन्हें भाजपा सरकार से उम्मीद थी कि चुनावी वादों के मुताबिक पेट्रोल-डीजल के दाम हरियाणा और गुजरात के बराबर किए जाएंगे। उन्होंने सवाल उठाया, “प्रधानमंत्री मोदी ने विधानसभा चुनावों में यह वादा किया था, लेकिन अब तक इसे पूरा नहीं किया गया। जनता जानना चाहती है कि मोदीजी की यह गारंटी कब पूरी होगी?”
बीजेपी सरकार पर बढ़ती उम्मीदें और अधूरे वादे
राजस्थान में भजनलाल शर्मा के मुख्यमंत्री बनने के बाद जनता को काफी उम्मीदें थीं कि बीजेपी सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में राहत देगी। लेकिन सरकार के 9 महीने पूरे हो चुके हैं, फिर भी इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। पेट्रोल पंप मालिकों ने भी GST घटाने की मांग की, लेकिन अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। जनता अब यह सवाल कर रही है कि आखिर कब उन्हें सस्ते पेट्रोल-डीजल का फायदा मिलेगा।