बीकानेर| अगर सोशल मीडिया पर आप अनर्गल लिख रहे हैं तो निश्चित तौर पर पुलिस की नजर में है। इक्का दुक्का नहीं बल्कि बीकानेर के करीब दो हजार और संभागभर के चार हजार लोगों की हर चैटिंग पुलिस की नजर में है। इनमें वॉट्सऐप ग्रुप भी शामिल है तो फेसबुक एकाउंट भी। बीकानेर आईजी ओम प्रकाश के निर्देश पर अनर्गल, अभद्र और हेट स्पीच लिखने वालों को तुरंत गिरफ्तार किया जा रहा है।
दरअसल, बीकानेर पुलिस ने इन दिनों ऑपरेशन साइबर क्लीन चला रखा है। इस दौरान बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ व चूरू के चार हजार एकाउंट्स पर नजर रखी गई है। इसमें छह व्हाट्सएप ग्रुप भी पुलिस की सर्विलांस पर है, यानी इनकी हर चैट को पुलिस पढ़ रही है। धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले या अश्लील पोस्ट करने वालों को पुलिस तुरंत गिरफ्तार भी किया है।
पुलिस को अब्दुल अजीज ने वाट्सअप ग्रुप ‘लाईफ ईज ऐ रेस’ के सदस्य द्वारा अमर्यादित व आपतिजनक टिप्पणी करने व धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुचाने की शिकायत की। इसी आधार पर कोटगेट पुलिस ने इस ग्रुप के एडमिन जेल रोड निवासी जितेन्द्र गौड़ व वकीलों की गली में रहने वाले प्रियंक मोदी को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही ग्रुप के सदस्य प्रताप नंदा निवासी आदर्श को भी गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि इस ग्रुप में किसी धर्म विशेष के खिलाफ आपतिजनक व अमर्यादित टिप्पणीयां व छायाचित्र पोस्ट किये हुए है। वाट्सअप ग्रुप के सदस्य प्रताप नंदा की अमर्यादित व आपतिजनक टिप्पणी व छायाचित्र वायरल करने पर ये कार्रवाई की गई है। वाट्सअप ग्रुप एडमिन जितेन्द्र गौड व प्रियंक मोदी को इसलिए गिरफ्तार किया गया क्योंकि एडमिन होते हुए भी उन्होंने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई।
लेखाकार भी गिरफ्तार
इससे पहले पुलिस ने एक लेखाकार दीनदयाल खड़गावत को भी गिरफ्तार किया। लेखाकार पर भी धर्म विशेष के खिलाफ अनर्गल लिखने का आरोप है। उसे जयनारायण व्यास कॉलोनी पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है। सरकारी कर्मचारी होते हुए इस तरह की टिप्पणियों के कारण सीआरपीसी की अतिरिक्त धाराएं जोड़ी गई है।