शुभ मास- आषाढ़ मास कृष्ण पक्ष
शुभ तिथि प्रतिपदा नन्दा संज्ञक तिथि दोपहर 1 बजकर 32 मिनट तक तत्पश्चात द्वितीय तिथि रहेगी. शुक्ल पक्ष कि प्रतिपदा तिथि को देवी पूजन कार्यो को छोड़ कर सभी शुभ कार्यो वर्जित माने गए हैं. प्रतिपदा तिथि में जन्मे जातक धनवान, बुद्धिवान, सुखी, धर्मपरायण होते हैं.
शुभ नक्षत्र मूल “तीक्ष्ण व अधोमुख” नक्षत्र दोपहर 3 बजकर 32 मिनट तक रहेगा. मूल नक्षत्र में विद्या आरम्भ, बोरिंग, विवाह कर्म, वास्तु शांति, कृषि कार्य इत्यादि कार्य विशेष रूप से सिद्ध होते हैं. मूल नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक स्वतन्त्र विचारों वाला, कठोर मेहनत करने वाला, क्रोधी स्वाभाव वाला, दानी, धनवान, बुद्धिमान होता है. गंड मूल नक्षत्र होने के कारण मूल नक्षत्र में जन्मे जातको को जन्म के 27 दिन बाद मूल अरिष्ट शांति हवन करवा लेना चाहिए.
चन्द्रमा- सम्पूर्ण दिन धनु राशि में संचार करेगा
व्रतोत्सव- वट सावत्री व्रत का पारणा
राहुकाल- दोपहर 12 बजे से 1.30 बजे तक
दिशाशूल- बुधवार को उत्त्तर दिशा मे दिशाशूल रहता है. यात्रा को सफल बनाने लिए घर से गुड़, धनिया खा कर निकले.
आज के शुभ चौघड़िये- सूर्योदय से प्रातः 9.01 तक लाभ अमृत का, प्रातः10.44 मिनट से दोपहर 12.26 मिनट तक शुभ और दोपहर 3.52 मिनट से सूर्यास्त तक चर, लाभ का चौघड़िया.