अभिनव न्यूज, नेटवर्क। कोलकाता रेप हत्याकांड के मुख्य आरोपी संजय रॉय (Sanjay Roy) का आज (25 अगस्त) पॉलीग्राफ टेस्ट (Polygraph Test) होगा. सूत्रों के अनुसार, संजय रॉय का पॉलिग्राफ टेस्ट पहले शनिवार (24 अगस्त) को किया जाना था, लेकिन कुछ तकनीकी और जेल एडमिनिस्ट्रेशन में कुछ व्यवस्था की वजह से पॉलीग्राफ टेस्ट नहीं हो सका. जबकि, पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और चार अन्य डॉक्टरों समेत छह लोगों का लाई डिटेक्टर टेस्ट किया गया. अब सीबीआई की जांच पॉलीग्राफ टेस्ट के अलावा उन 53 चीजों पर टिकी, जिसे कोलकाता पुलिस ने जब्त किए थे. इनमें मुख्य आरोपी संजय रॉय के पास से जब्त किए गए 9 सामान भी शामिल हैं.
सीबीआई की जांच में शामिल इन जीचों में अपराध के दौरान पहने गए कपड़े, अंडरगारमेंट और सैंडल शामिल है. इस लिस्ट में फोन टावर की लोकेशन समेत कई महत्वपूर्ण डिजिटल साक्ष्य भी शामिल हैं. इससे पता चलता है कि 9 अगस्त को अस्पताल के सेमिनार हॉल में हुई इस हैवानियत के दौरान मुख्य आरोपी संजय रॉय अपराध स्थल पर मौजूद था. संजय रॉय की बाइक और हेलमेट को भी सबूत के तौर पर जब्त किया गया है.
टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, सीबीआई सूत्रों ने शनिवार को बताया कि आने वाले दिनों में बैचों में आने वाली फोरेंसिक रिपोर्ट इस मामले के लिए महत्वपूर्ण होंगी. विशेष रूप से वे 40 साक्ष्य महत्वपूर्ण हैं जो राज्य फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला ने 9 अगस्त को रात 8.30 बजे से 10.45 बजे के बीच अपराध स्थल से एकत्र किए थे. पूरी प्रक्रिया को डॉक्टरों सहित स्थानीय गवाहों की मौजूदगी में वीडियो पर रिकॉर्ड किया गया.
संजय रॉय के क्लोन फोन का डेटा भी अहम सबूत
संजय रॉय के क्लोन किए गए मोबाइल फोन से निकला डेटा भी एक अहम सबूत है, जिसे मजिस्ट्रेट की निगरानी में विशेषज्ञों द्वारा अदालत में लाया जाएगा. इसके अलावा अस्पताल के दो कमरों रूम नंबर 8 और रूप नंबर 16 के सीसीटीवी फुटेज में भी संजय रॉय को परिसर में देखा जा सकता है, जिसे मामले के सबूतों के रूप में पेश किया जाएगा.
उंगलियों और पैरों के निशान, संजय रॉय के चोट के निशान
सीबीआई के साइटिफिक विंग के फिंगरप्रिंट और फुटप्रिंट एक्सपर्ट्स ने अपराध वाली जगह से उंगलियों और पैरों के निशान एकत्र किए हैं. इसके अलावा संजय रॉय की मेडिकल रिपोर्ट में उसके बाएं गाल, बाएं हाथ और बाएं जांघ के पिछले हिस्से पर चोटों का विवरण है. बताया जा रहा है कि संजय रॉय को ये चोट वारदात के दौरान लगे थे. सीबीआई इस रिपोर्ट को भी अहम सबूत के तौर पर पेश कर सकती है. इसके साथ ही संजय रॉय के ब्लड सैंपल अपराध वाली जगह पाए गए खून से मिलाने के लिए लिया गया. इसकी रिपोर्ट भी फॉरेंसिक विश्लेषण के लिए महत्वपूर्ण होंगे.
सबूतों के फॉरेंसिक जांच के बाद संजय रॉय का बचना नामुमकिन
रिपोर्ट के अनुसार, सीबीआई (CBI) ने सभी सबूतों और जब्त किए गए समानों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है. इनकी रिपोर्ट और फॉरेंसिक विश्लेषण आने के बाद संजय रॉय की मुश्किल बढ़ सकती है और उसके बचना नामुमकिन हो जाएगा. बताया जा रहा है कि सीबीआई अपनी चार्जशीट के साथ कोर्ट में इन सबूतों को भी पेश करने की योजना बना रही है.
8-9 अगस्त की रात को क्या हुआ था?
8-9 अगस्त की रात कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पटिल के सेमिनार हॉल में महिला डॉक्टर का बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. ट्रेनी डॉक्टर का शव अगले दिन सुबह सेमिनार हॉल में मिला था. शव मिलने से कुछ घंटे पहले वह अपनी 36 घंटे की शिफ्ट के बाद आराम करने के लिए हॉल में गई थी. उसके शव परीक्षण में 16 बाहरी और 9 आंतरिक चोटें पाई गईं. सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण से पता चला कि संजय रॉय 9 अगस्त को सुबह करीब 4.03 बजे बिल्डिंग में दाखिल हुआ था. 8 अगस्त को वह चेस्ट डिपार्टमेंट गया और कैमरों में पीड़ित डॉक्टर और अन्य लोगों को घूरता हुआ देखा गया था.