अभिनव न्यूज, नेटवर्क। राजस्थान कांग्रेस की सियासत में इस साल काफी कुछ बदलाव देखने को मिल रहे हैं. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस गठबंधन को 11 सीटों पर जीत के बाद पार्टी का मनोबल ऊंचा है. प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का कद भी इससे बढ़ गया है. वहीं, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली भी खुद को सदन में मजबूत नेता की तरह पेश में करते हुए दिखाई दिए. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पार्टी के दिग्गज नेता सचिन पायलट के बीच अदावत की अटकलें कहीं ना कहीं सुनाई दे ही जाती है. पायलट के भविष्य को लेकर चर्चाएं भी सुनी जाती है. ऐसा ही कुछ नजारा दिखा दिल्ली में अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी की बैठक के दौरान.
इस बैठक में पार्टी के महासचिव, प्रभारी और पीसीसी अध्यक्ष मौजूद थे. खास बात यह थी कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के पास पहली कतार में पायलट भी बैठे दिखाए दिए. पार्टी मीटिंग के दौरान अग्रणी पंक्ति में राहुल गांधी और पायलट के साथ नजर आने वाली इस तस्वीर को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाएं भी हो रही हैं.
बैठक में डोटासरा और हरीश चौधरी भी थे मौजूद
हालांकि इस बैठक में राजस्थान के कई अन्य दिग्गज नेता भी मौजूद थे. प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के अलावा बायतू विधायक हरीश चौधरी भी इस बैठक में मौजूद रहे. इस बैठक में पार्टी की ओर से एक बड़े आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की गई. दरअसल, आगामी 22 अगस्त को राष्ट्रीय स्तर का आंदोलन किया जाएगा. हिंडनबर्ग रिपोर्ट में SEBI अध्यक्ष पर लगे आरोपों के बाद उन्हें पद से हटाने की मांग स्वरुप यह आंदोलन किया जाएगा. साथ ही हर राज्य की राजधानी में प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय का घेराव भी किया जाएगा.
इन 3 मुद्दों पर केंद्र सरकार को राष्ट्रीय स्तर पर घेरेगी कांग्रेस
आंदोलन पर चर्चा के दौरान एआईसीसी में प्रमुख तौर पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट, संविधान और जातीय जनगणना आदि मुद्दे रहे. अगले कुछ ही दिन में सभी पीसीसी चीफ को एआईसीसी की तरफ से जातीय जनगणना को लेकर एक डॉक्यूमेंट भेजा जाएगा. जिस पर राजस्थान में भी कांग्रेस की तरफ से जन अभियान चलाया जाएगा. इस मामले में सचिन पायलट और डोटासरा ने भी सुझाव दिए हैं. कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे की अध्यक्षता ये बैठक बुलाई गई थी.