अभिनव न्यूज, नेटवर्क। रीट भर्ती परीक्षा में पेपर लीक के मामले में पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई है. इस मामले में आरोपी हनुमान मीणा को 8 दिन पुलिस रिमांड के बाद फिर से सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया. हालांकि पुलिस ने इस बार रिमांड नहीं मांगी. जिसके बाद सीजेएम ने उसे 27 जुलाई तक के लिए न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है. अब तक पुलिस पूछताछ के दौरान रामलाल मीणा ने भी बड़े खुलासे किए हैं. उसके मुताबिक कोटा जिले मेंं राजस्व विभाग में तैनात हनुमान मीणा ने ही डमी केंडिटेट का इंतजाम किया था.
बता दें कि आरपीएससी द्वारा दस्तावेज जांच के दौरान बिलौता निवासी रामलाल मीणा की जगह किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा परीक्षा देने संबंधी मामला उजागर हुआ था. इसे लेकर अजमेर के सिविल लाइन के जरिये टोंक जिले के कोतवाली थाने में मामला दर्ज हुआ था. जिसके बादप्रकरण तर्ज कर प्रोडेक्शन वारंट में गिरफ्तार कर हनुमान मीणा को टोंक लाया गया था.
वहीं, जांच अधिकारी और एएसपी गीता चौधरी ने बताया कि रामलाल मीणा की जगह सांचौर निवासी प्रवीण विश्नोई ने परीक्षा दी थी. जिसका इंतजाम हनुमान मीणा ने किया था. एसएसपी गीता चौधरी ने यह बताया था कि हनुमान व प्रवीण के बीच महेंद्र मीणा ने बिचौलिए की भूमिका निभाई थी.
इस पूरे मामले में 20 सरकारी कर्मचारी जांच के दायरे में
इस मामले में एक के बाद एक कई खुलासे हो रहे हैं. दरअसल, हनुमान मीणा से पूछताछ के बाद कई सरकारी कर्मचारी भी रडार पर है. टोंक व सवाई माधोपुर में ऐसे ही 20 सरकारी कर्मचारियों के नाम बताए. वहीं, रिमांड अवधि के दौरान आरोपी ने यह भी खुलासा किया है कि उसने ना सिर्फ रीट, बल्कि पटवारी, एसआई और लिपिक परीक्षा के दौरान भी डमी केंडिडेट बिठाए थे. इसके बदले उसने मोटी रकम वसूली थी करता था.