अभिनव न्यूज, नेटवर्क। भारत में इस साल की गर्मियों की छुट्टियों के बाद स्कूलों का नया टर्म शुरू होने की तारीखें चिंता का विषय बन गई हैं। जहां हर साल आमतौर पर देश के अलग-अलग हिस्सों में गर्मी की छुट्टियां जुलाई के पहले हफ्ते में या बीच जून तक खत्म हो जाती है। लेकिन इस बार बहुत ज्यादा गर्मी और लू (हीटवेव) ने स्कूलों के खुलने और उनके संचालन पर बहुत असर डाला है। देश भर में गर्मी की छुट्टियों के बाद स्कूल कब से खुलेंगे, इस सवाल का जवाब सब जानना चाहते है। भीषण गर्मी की लहर और तापमान में अचानक वृध्दि के कारण कई राज्यों ने स्कूलों की छुट्टियों में बदलाव किए है। इस साल भारत के कई हिस्सों में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी देखने को मिली है। मई और जून के महीनों में सामान्य से अधिक तापमान ने छात्रों और स्कूलों के लिए बड़ी चुनौतियां खड़ी कीं।
हीटवेव के कारण छुट्टियों का विस्तार
देश के कई हिस्सों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंच गया है, जिसके चलते बच्चों और स्कूल के कर्मचारियों की सेहत पर असर पड़ सकता है। इसलिए, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों मे गर्मी की छुट्टियों को कुछ दिनों के लिए बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। इस फैसले का मकसद छात्रों को गर्मी के खतरनाक प्रभाव से बचाना है। गर्मी के असर को देखते हुए, कई राज्यों ने स्कूल के समय में बदलाव किए हैं। छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र जैसे राज्यों ने सुबह के समय कक्षाएं शुरू करने का निर्णय लिया, ताकि बच्चों को दोपहर की तीव्र गर्मी से बचाया जा सके। कुछ स्कूलों ने तो कक्षाएं सुबह 7 बजे से ही शुरू कर दीं, और आधे दिन की पढ़ाई के बाद बच्चों को घर भेज दिया।
स्कूल कब से खुलेंगे
-उत्तर प्रदेश:
राज्य सरकार ने संकेत दिए हैं कि यदि तापमान का स्तर जून के अंत तक सामान्य नहीं होता, तो स्कूलों को खुलने की तारीखों में बदलाव किया जा सकता है। शिक्षा मंत्री ने बताया कि सरकार बच्चों की सेहत को प्राथमिकता देते हुए स्कूलों के शुरू होने की तारीख पर पुनर्विचार कर रही है।
राजस्थान:
राजस्थान में आम तौर पर गर्मियों की छुट्टियां 15 मई से 30 जून तक होती है और स्कूल 1 जुलाई से खुल जाते है, लेकिन इस बार सरकार ने स्कूलों की गर्मियों की छुट्टियां बढ़ाने पर विचार किया है। मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिया है कि स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए एक विस्तृत योजना बनाई जाए।
दिल्ली:
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में भी अत्यधिक गर्मी की वजह से सरकार ने स्कूलों के खुलने की तारीख को लेकर एक उच्च-स्तरीय बैठक बुलाई है। यह निर्णय लिया गया है कि अगले सप्ताह तक तापमान की स्थिति का जायजा लेकर स्कूलों के खुलने की तारीख पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
-महाराष्ट्र:
महाराष्ट्र के कई हिस्सों में भी अत्यधिक गर्मी की लहर देखी जा रही है। महाराष्ट्र में स्कूल आमतौर पर 15 जून को खुल जाते है। हालांकि, इस वर्ष इसे 20 जून तक बढ़ा दिया गया है। मुंबई और पुणे जैसे शहरों में तापमान सामान्य से अधिक होने के कारण राज्य सरकार ने स्कूलों के खुलने की तारीख को लेकर पुनर्विचार करने का निर्णय लिया है। उन्होंने स्थानीय शिक्षा बोर्डों से सलाह-मशविरा करने के बाद संभावित रूप से स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाने पर विचार करने की बात कही है।
-तमिलनाडु:
तमिलनाडु में भी तापमान की बढ़ती चिंताओं के मद्देनजर, राज्य सरकार ने शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे मौसम विभाग के साथ मिलकर तापमान की स्थिति पर निगरानी रखें और स्कूलों के समय को बदलने पर विचार करें।
पश्चिम बंगाल:
पश्चिम बंगाल में भी इस साल असाधारण गर्मी महसूस की जा रही है। कोलकाता और अन्य जिलों में गर्मी की लहर को देखते हुए राज्य सरकार ने स्कूलों के समय को सुबह जल्दी करने और दोपहर के समय छुट्टी देने पर विचार करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही, स्थिति बिगड़ने पर स्कूलों को और अधिक दिनों के लिए बंद रखने पर भी विचार किया जा रहा है।
कर्नाटक:
कर्नाटक में, विशेष रूप से बेंगलुरु में, तापमान में वृद्धि के बावजूद मॉनसून के आने की संभावना है। लेकिन ग्रामीण और उत्तरी कर्नाटक के हिस्सों में, जहां तापमान अभी भी चढ़ा हुआ है, राज्य सरकार ने स्कूलों के समय में परिवर्तन और कक्षाओं को प्रारंभिक घंटों में आयोजित करने पर विचार करने के संकेत दिए हैं।