अभिनव न्यूज, नेटवर्क। यूजीसी-नेट पेपर रद्द किए जाने और नीट के मामले को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा. ओवैसी ने कहा कि केंद्र सरकार लोगों को नौैकरी नहीं देनी चाहती.
हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ”NEET घोटाले के बाद अब UGC-NET परीक्षा भी रद्द कर दी गई है क्योंकि उसका पेपर लीक हो गया था. देश की सुरक्षा बहुत बड़ी बात है, मोदी सरकार तो एक परीक्षा भी ठीक से नहीं करा पा रही है.”
असदुद्दीन ओवैसी ने क्या कहा?
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ”पिछले पांच सालों में 15 राज्यों में 41 पेपर लीक हुए. कुल 1.4 करोड़ नौजवानों को ये परीक्षाएं लिखनी/देनी थी, लेकिन उनके मुस्तक़बिल के साथ निहायत घिनौना मजाक किया गया.” उन्होंने सवाल किया कि क्या पेपर लीक नौकरी ना देने का बहाना बन गया है?
ओवैसी ने कहा कि जब पेपर रद्द किया जाता है तो नौजवानों की मेहनत पर पानी फेर दिया जाता है. उन्हें ये तक पता नहीं होता कि इम्तिहान फिर कब करवाया जाएगा या करवाया जाएगा भी या नहीं.
असदुद्दीन ओवैसी ने क्या सवाल किए?
असदुद्दीन ओवैसी ने पूछा कि 10 लाख के करीब लोगों ने UGC-NET लिखा था. क्या उनसे माफी मांगी जाएगी? क्या उन्हें मुआवजा दिया जाएगा? मुस्तकबिल में पेपर लीक न हो उसके लिए सरकार क्या क़दम उठा रही है?