अभिनव न्यूज, बीकानेर। जन जागरण अभियान व जिला प्रशासन के भरसक प्रयास के बावजूद अक्षय तृतीया के मौके पर बीकानेर में जमकर चाइनीज मांझे का उपयोग हुआ। इसका अंदाजा इस बात से सहज ही लगाया जा सकता है कि चाइनीज मांझे के शिकार हुए ढाई सौ से अधिक मरीज पीबीएम समेत बीकानेर की अस्पतालों में पहुंचे। इनमें से अधिकत्तर मरीजों की गर्दन में घाव थे। पीबीएम और सेटेलाइट हॉस्पिटल में 15 से ज्यादा मरीज ऐसे थे, जिनकी सांस नली तक चाइनीज मांझा पहुंच गया था। जिन लोगों की गर्दन, आंख, नाक, और हाथ-पांव में गहरे घाव हुए हैं, वे जवाबदेह अधिकारियों की अनदेखी से हुए इस दर्द को कई महीनों तक भुला नहीं पाएंगे।