अभिनव न्यूज, नेटवर्क। मारवाड़ की सियासत में इन दिनों बड़ी हलचल देखने को मिल रही है. अभी तक कहा जा रहा था कि कांग्रेस (Congress) नेता मानवेंद्र सिंह को लोकसभा चुनाव लड़ाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मनाने के लिए लगे हुए थे. बीतें दिनों मानवेंद्र सिंह और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मुलाकात भी हुई, जो 45 मिनट तक चली. जिसके बाद कयास लगाए जाने लगे कि मानवेंद्र सिंह (Manvendra Singh) को राजसमंद लोकसभा सीट से बीजेपी से चुनाव लड़ाया जा सकता है. इसी बीच मानवेंद्रसिंह जसोल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस पर बड़ा तंज कसा है.
मानवेंद्र सिंह को हराने के लिए किया गया था ड्रामा?
मानवेंद्रसिंह की इस सोशल मीडिया पोस्ट के बाद उनके समर्थक पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस को आड़े हाथों ले रहे हैं. सोशल मीडिया यूजर्स ने लिखा ‘राजनीति में कांग्रेस ने आपको हमेशा हराने का काम किया है. सिवाना में गहलोत के नजदीकी नेता आपके खिलाफ थे, अब वापस आ गए.’ एक अन्य ने लिखा कि ‘राजनीति है साहब, यह सब आपको हराने के लिए सुनियोजित ड्रामा था.’ एक अन्य यूजर्स ने लिखा कि ‘इनका मकसद आपको हराना ही था.’ इसी तरह लगातार लोग मानवेंद्रसिंह के पक्ष में अपनी भावनाएं व्यक्त कर रहे हैं.
क्या है पूरी कहानी?
दरसअल, एक दिन पहले ही 21 मार्च को पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंदसिंह डोटासरा ने बाड़मेर की शिव विधानसभा से कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले पूर्व जिलाध्यक्ष फतेह खान और सिवाना विधानसभा से बागी हुए सुनील परिहार की फिर से कांग्रेस में वापसी करा दी. सुनील परिहार वहीं नेता है, जिनके बागी होने के चलते मानवेंद्रसिंह जसोल को 2023 के विधानसभा चुनाव में हार झेलनी पड़ी. जाहिर है उनकी वापसी मानवेंद्र सिंह को नागवार गुजरी और उन्होंने प्रतिक्रिया भी दे डाली.