अभिनव न्यूज, बीकानेर। करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के तार बीकानेर से जुड़े हैं। हत्यारों तक हथियार पहुंचाने के मामले में बीकानेर का नाम सामने आ रहा है। गोगामेड़ी के हत्यारों को झेरली के अशोक मेघवाल ने हथियार पहुंचाएं थे। अशोक का अधिकांश समय बीकानेर में ही बीतता था। यहां उस पर कई मुकदमें भी दर्ज हैं। हत्या के बाद एक आरोपी को अशोक ने ही सात दिन तक अपने घर में पनाह दी थी। वह गैंगस्टर रोहित गोदारा के इशारे पर पांच साल से उसके गुर्गों तक हथियार पहुंचाने का काम कर रहा था। यह खुलासा एनआईए की जांच पड़ताल में सामने आया है। गैंगस्टर रोहित गोदारा के इशारे पर बदमाशों ने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के लिए पूरी प्लानिंग बनाई थी। गोदारा के इशारे पर ही अशोक ने बदमाशों को हरियाणा से हथियार लाकर जयपुर में दिए थे।
उसने ही इस मामले में एक आरोपी उधमसिंह को झेरली में एक सप्ताह तक पनाह दी थी। अशोक की तलाश में बीकानेर में भी एनआईए ने कई स्थानों पर छापेमारी की थी। यहां से जाने के बाद में वह चंडीगढ़ में दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ गया था। तब उसे जयपुर लाया गया था। उससे हुई पूछताछ में झेरली के अशोक का नाम सामने आया। एनआईए टीम ने बुधवार को अलसुबह दबिश देकर उसे उसके घर से दबोच लिया था। घर की तलाशी ली तो वहां हथियारों का जखीरा पकड़ा। उस मकान की तलाशी ली जहां एक आरोपी ने फरारी काटी थी।
अशोक कुमार 2013 तक पिलानी में रहता था। यहां वह मूर्तियां बनाता। म्यूजियम में नौकरी भी की। 2013 में पिलानी में रेडिमेड गारमेंट्स की दुकान भी खोली, लेकिन चली नहीं। इस दौरान वह बदमाशों के संपर्क में आ गया। इसके बाद परिवार की माली हालत के चलते वह 2014 में बीकानेर चला गया। बीकानेर में बदमाशों के साथ वह चोरी, नकबजनी करने लगा। 2016 में उसने गांव के अन्य युवकों को बुलाकर बीकानेर में एटीएम लूटा। इसी बीच चोरी की एक वारदात में वह पकड़ा गया और उसे जेल हो गई। जेल में उसकी पहचान गैंगस्टर वीरेंद्र सिंह से हुई। उसने रोहित गोदारा से संपर्क कराया। तब से वह रोहित गोदारा की गैंग को हथियार पहुंचाने का काम करने लगा।