अभिनव न्यूज, नेटवर्क। राजस्थान में 200 सीटों में से 199 सीटों पर चुनाव हुए और बीजेपी ने 115 और कांग्रेस ने 69 सीटें जीतीं. एक सीट कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन ने जीती. इधर एक सीट करणपुर (Karanpur assembly election) जिसपर चुनाव नहीं हुए वहां 5 जनवरी दिन शुक्रवार को मतदान है. कांग्रेस और सत्तासीन बीजेपी वहां एड़ी-चोटी का जोर लगा रही हैं.
बीजेपी ने वहां के उम्मीदवार सुरेंद्र सिह टीटी को बिना मतदान हुए और जीते ही मंत्रिमंडल में शामिल कर करणपुर को बड़ा संदेश दे दिया है. इधर आचार संहिता लगने के बाद बीजेपी के इस स्टेप पर राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट और वर्तमान अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने आपत्ति जताई थी.
इन सबके बीच राजस्थान के फलोदी सट्टा बाजार (Phalodi satta bazar) ने का दावा चौंकाने वाला है. माना जा रहा था कि वहां कांग्रेस प्रत्याशी गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के बाद बेटे बेटे रुपिंदर सिंह कुन्नर को लोगों का इमोशनल सपोर्ट मिलेगा. वहीं फलोदी सट्टा बाजार की मानें तो यहां कांग्रेस के उम्मीदवार का भाव 5 रुपए और बीजेपी के उम्मीदवार को भाव 20 पैसे बताया जा रहा है.
तो क्या बीजेपी के मिल रहा फायदा
सटोरिया के मुताबिक हाल ही में राजस्थान की भाजपा सरकार में सुरेंद्र सिंह टीटी को मंत्री पद का दर्जा मिलने से पूर्व उनकी जीत की घोषणा पहले ही सट्टा बाजार ने कर दी गई थी. मंत्री पद का शपथ ग्रहण करने से पहले ही सुरेंद्र सिंह टीटी का भाव 20 पैसे ही चल रहा था. आज भी उनका वही भाव चल रहा है. दावा किया जा रहा है कि यहां बीजेपी को फायदा मिल सकता है.
विधानसभा चुनाव का दावा था सटीक
फलोदी सट्टा बाजार ने वोटिंग से पहले बीजेपी को 115-120 और कांग्रेस को 65-70 सीटें मिलने का दावा किया था जो लगभग सही निकला. वहीं साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भी फलौदी के सट्टा बाजार ने जो दावा किया था वो भी काफी हद तक सही निकला. तब कांग्रेस को 100-120 सीटें मिलने की बात की गई थी. जब नतीजे आए तो अनुमान के मुताबिक कांग्रेस को 100 सीटें मिलीं.
करणपुर में इसलिए कैंसिल हुआ था चुनाव
राजस्थान में चुनाव की घोषणा और प्रत्याशी घोषित होने के बाद श्री करणपुर विधानसभा के प्रत्याशी गुरमीत सिंह कुन्नर का बीमारी के चलते निधन हो गया. इसके बाद इस सीट पर चुनाव नहीं हुआ. बाद में चुनाव आयोग ने इस सीट के लिए नोटिफिकेशन जारी किया. अब 5 जनवरी को वहां मतदान होने हैं.