अभिनव न्यूज, जयपुर। राजस्थान के नए सीएम भजनलाल शर्मा और डिप्टी सीएम दीया कुमारी, प्रेम चंद बैरवा के शपथ लेने के बाद अब मंत्रिमंडल गठन की कवायत तेज हो गई है। माना जा रहा है कि राजस्थान में जल्द ही मंत्रिमंडल का गठन होगा। लेकिन, हर कोई यही जानना चाहता कि राजस्थान में कौन-कौनसे नेता को मंत्री बनाया जाएगा। हालांकि, किरोड़ी मीणा, कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, बाबा बालकनाथ, कालीचरण सराफ, अनिता भदेल सहित दर्जनों नेताओं के नाम मंत्री बनने की रेस में आगे चल रहे है।
जानकारों की मानें तो भाजपा ने तीनों ही प्रदेशों में मुख्यमंत्री फेस चौंकानें वाले लाए हैं। अब इन प्रदेशों में मंत्रिमंडल के गठन में भी यही फार्मूला अपना सकती है। मुख्य विभागों में किस विधायक को कौनसा मंत्री बनाया जाता है ये देखने वाला होगा। बता दें कि राजस्थान विधानसभा में कुल विधायकों की संख्या 200 है। ऐसे में 15 प्रतिशत के हिसाब से 30 मंत्री बनाए जाने हैं। सीएम और डिप्टी सीएम की घोषणा हो चुकी है। ऐसे में अब 27 और मंत्री बनाए जाने हैं। हालांकि, पहले फेज में 12 या 13 मंत्रियों को ही शपथ दिलाई जा सकती है।
मंत्री बनने की रेस में ये नेता
किरोड़ी मीणा : किरोड़ी लाल इस बार सवाई माधोपुर से विधायक चुने गए है। वो मीणा समाज के दिग्गज नेता है। मीणा 6 बार विधायक के साथ-साथ बार सांसद भी रह चुके है। इसके अलावा राज्य सभा सांसद भी रह चुके है।
कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़: जयपुर जिले की झोटवाड़ा विधानसभा सीट से इस बार कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ विधायक चुने गए है। पूर्व ओलंपियन राठौड़ युवाओं में खासे चर्चित है। इनकी केंद्र में भी अच्छी पकड़ है। राठौड़ केंद्रीय खेल मंत्री भी रह चुके है।
बाबा बालकनाथ : अलवर जिले की तिजारा विधानसभा सीट से बाबा बालकनाथ इस बार विधायक चुने गए है। इन्हें भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। बालकनाथ यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के बेहद करीबी है और इन्हें राजस्थान का योगी कहा जाता है। वो अलवर से सांसद भी रह चुके है।
कालीचरण सराफ : ये मालवीय नगर से विधायक चुने गए है। खास बात ये है कि आज तक इन्हें कोई हरा नहीं पाया है और कालीचरण सराफ मालवीय नगर से सात बार विधायक बने है। राजे सरकार में ये चिकित्सा मंत्री भी रहे थे। इनकी शीर्ष नेतृत्व में अच्छी खासी पहुंच है।
अनिता भदेल : अनिता भदेल दक्षिण अजमेर से विधायक है। वो लगातार 5वीं बार विधायक बनी है। वो पूर्व बीजेपी सरकार में महिला बाल विकास मंत्री रह चुकी है। खास बात ये है कि अनिता भदेल को गहलोत सरकार में सर्वश्रेष्ठ विधायक का अवार्ड मिला था।
पुष्पेंद्र सिंह राणावत : पुष्पेंद्र सिंह राणावत छठी बार विधायक बने है, वे पाली जिले के बाली से विधायक है। वो पार्टी के दिग्गज नेताओं में से एक है। इसके अलावा राणावत पूर्व बीजेपी सरकार में ऊर्जा मंत्री रह चुके है।
प्रताप सिंह सिंघवी : मंत्रियों की लिस्ट में प्रताप सिंह सिंघवी का भी नाम हो सकता है। सिंघवी इस बार बारां जिले के छबड़ा से विधायक चुने गए है। वो 7 बार के विधायक है और पूर्व बीजेपी सरकार में यूडीएच मंत्री रह चुके है।
इनको भी बनाया जा सकता है मंत्री
डॉक्टर विश्वनाथ मेघवाल बीकानेर जिले के खाजूवाला से विधायक है, वो तीसरी बार विधायक बने है। जोगेश्वर गर्ग जालोर से विधायक है और वे 5 बार के विधायक होने के साथ-साथ बीजेपी विधायक दल के सचेतक भी है। वो पूर्व बीजेपी सरकार में भी मंत्री रह चुके है। सिद्धी कुमारी बीकानेर से विधायक है, वो चार बार की विधायक है।
सिद्धी कुमारी राजपरिवार का बड़ा महिला चेहरा है। 6 बार के विधायक मदन दिलावर इस बार रामगंज मंडी से चुनाव जीता है और इनका संघ से गहरा जुड़ाव है। श्रीचंद कृपलानी ने निम्बाहेड़ा से चुनाव जीता है, वो चार के विधायक है और दो बार सांसद भी रह चुके है। बीजेपी सरकार में वे यूडीएच मंत्री रह चुके है।
अजय सिंह किलक डेगाना से विधायक है, वो तीन बार के विधायक है। किलक पूर्व बीजेपी सरकार में संसदीय सचिव और मंत्री भी रह चुके है। दीप्ती माहेश्वरी राजसमंद से विधायक है। दो बार की विधायक दीप्ती दिग्गज नेता किरण माहेश्वरी की बेटी है। ओटाराम देवासी सिरोही से विधायक है और बड़ा संत चेहरा है। ओटाराम तीसरी बार विधायक बने है और बीजेपी सरकार में पहले भी मंत्री रह चुके है। ताराचंद जैन उदयपुर से विधायक है। इसके अलावा संदीप शर्मा, महंत बाल मुकुंदाचार्य, चंद्रभान सिंह आक्या और महंत प्रताप पुरी को भी भजनलाल कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है।