अभिनव न्यूज, नेटवर्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 दिसंबर को BJP की संसदीय बैठक में पहुंचे. यहां उन्होंने पार्टी के सांसदों को सलाह दी कि जब भी वो जनता के बीच जाएं तो उन्हें मोदी कहकर ही संबोधित करें, न कि ‘मोदी जी’. PM मोदी का मानना है कि जनता मोदी नाम से ज़्यादा कनेक्ट होती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं चाहते कि उन्हें ‘मोदी जी’ कहा जाए. भारतीय जनता पार्टी (BJP) की 7 दिसंबर को संसदीय दल की बैठक हुई. इसी बैठक में पीएम मोदी ने BJP सांसदों से ये बात कही.
बैठक दिल्ली स्थित BJP हेडक्वार्टर में थी. इसमें पीएम नरेंद्र मोदी भी पहुंचे. सांसदों से बात करते हुए उन्होंने कहा,
“पब्लिक फोरम में मुझे मोदी जी नहीं, मोदी कहा करें. मेरे नाम के पहले आदरणीय, माननीय भी न लगाएं. जनता मुझे मोदी कहती है. मोदी नाम से ही वो मेरे साथ जुड़ती है. मोदी कहकर उन्हें लगता है कि मैं उनके बीच से ही एक हूं. मोदी जी, आदरणीय मोदी जी, माननीय मोदी जी जैसे संबोधन जनता को मुझसे दूर करते हैं.”
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए PM ने कहा कि वे भी पार्टी के एक सामान्य कार्यकर्ता ही हैं, इसलिए सीधे उनका नाम लिया जाए, उन्हें ‘मोदी’ कहा जाए.
हाल ही में राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी बहुमत के साथ जीती है. संसदीय दल की बैठक में इन नतीजों का ज़िक्र कर PM मोदी ने BJP कार्यकर्ताओं की तारीफ़ भी की. कहा कि सब आपकी मेहनत का नतीजा है.
इस मीटिंग में PM ने एक दिलचस्प आंकड़ा भी सामने रखा. कहा कि जिन राज्यों में भारतीय जनता पार्टी डिफेंडिंग चैंपियन के तौर पर चुनाव लड़ने उतरती है, वहां 57 फीसदी मौकों पर पार्टी को जीत मिलती है. मतलब कि 57 फीसदी चुनावों में पार्टी सत्ता बचाने में कामयाब रहती है. जबकि ये आंकड़ा कांग्रेस के लिए 20 फीसदी और क्षेत्रीय पार्टियों के लिए 49 फीसदी है. ये कहते हुए PM ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए भी पार्टी के कार्यकर्ताओं को मोटिवेट करने की कोशिश की.
उन्होंने ये भी बताया कि जल्द ही पार्टी की एक यात्रा निकलने वाली है- विकसित भारत यात्रा. कहा कि सभी सांसद इसमें एक्टिव तरीके से हिस्सा लें और सरकार की योजनाएं लेकर जनता के बीच जाएं.