अभिनव टाइम्स | वैज्ञानिकों को कैंसर के इलाज में बड़ी कामयाबी मिलती नजर आ रही है। हाल ही में रेक्टल कैंसर (मलद्वार का कैंसर) के कुछ मरीजों पर डॉस्टरलिमैब (Dostarlimab) दवा का क्लीनिकल ट्रायल किया गया। इससे सिर्फ 6 महीने में ही कैंसर का ट्यूमर पूरी तरह खत्म हो गया। यह रिसर्च न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित हुई है।
इतिहास में पहली बार कोई दवा 100% कारगर
स्टडी के लेखक डॉ. लुइस ए डियाज का कहना है कि कैंसर के इतिहास में पहली बार किसी दवा से सभी मरीज ठीक हुए। आज तक ऐसी कोई दवा या इलाज नहीं बना जिससे कैंसर का सफाया हो जाए। भले ही यह स्टडी छोटी है, लेकिन इस जानलेवा बीमारी के खिलाफ बड़ी कामयाबी है। वहीं, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के डॉ. एलन पी विनूक ने कहा कि किसी कैंसर रिसर्च में हर एक मरीज का ठीक हो जाना अपने आप में नई बात है।
6 महीने तक हर 3 हफ्ते में दिया गया एक डोज
ट्रायल में अमेरिका में रहने वाले 18 मरीजों को शामिल किया गया था। ये सभी कैंसर की समान स्टेज में थे। वैज्ञानिकों ने इन्हें 6 महीने तक लगातार डॉस्टरलिमैब का डोज दिया। हर डोज 3 हफ्ते के बाद दिया गया। 12 महीने बाद मरीजों के शरीर से ट्यूमर पूरी तरह गायब हो चुका था। एंडोस्कोपी, PET स्कैन और MRI स्कैन में भी ट्यूमर का नामोनिशान नहीं मिला।
पहले कीमोथैरेपी और सर्जरी कराई, लेकिन फायदा नहीं हुआ
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सभी मरीज क्लीनिकल ट्रायल से पहले कीमोथैरेपी, रेडिएशन और इनवेसिव सर्जरी जैसे इलाज करा चुके थे। साइड इफेक्ट के तौर पर उन्हें यूरिन, बॉवेल और सेक्स से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। हालांकि, किसी भी मरीज में डॉस्टरलिमैब ड्रग का कोई साइड इफेक्ट नहीं दिखा।
डॉस्टरलिमैब ड्रग क्या है?
डॉस्टरलिमैब लैब में बनाया जाने वाला एक ऐसा ड्रग है, जो इंसान के शरीर में एंटीबॉडीज के विकल्प की तरह काम करता है। कैंसर से जूझ रहे लोगों का इम्यून सिस्टम काफी कमजोर हो जाता है, जिससे उनमें एंटीबॉडीज का लेवल भी कम हो जाता है। ऐसे में बीमारी से लड़ने के लिए बाहरी दवा की जरूरत पड़ती है।
डॉस्टरलिमैब ड्रग को एंडोमीट्रियल कैंसर ठीक करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। इसे अमेरिका और यूरोप में 2021 में मंजूरी मिली थी। इसे मैन्युफैक्चर करने वाली कंपनी टेसारो ने साल 2020 में बनाना शुरू किया था।