अभिनव टाइम्स | शिक्षा निदेशालय में मंगलवार को शिक्षा अधिकारी और कर्मचारी आमने सामने हो गए। मामला इतना बढ़ गया कि बीछवाल पुलिस काे मौके पर पहुंचकर हस्तक्षेप करना पड़ा। दोनों पक्षों विवाद अभद्रता से बातचीत करना रहा। दरअसल, शिक्षा अधिकारी निदेशालय को बंद करके विरोध प्रदर्शन करना चाहते थे और इसी दौरान कर्मचारियों से उलझ गए।
शिक्षा निदेशालय में इन दिनों राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद् रेसा से जुड़े पदाधिकारी प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी के तहत मंगलवार को निदेशालय का घेराव किया गया। निदेशालय कर्मचारी इस दौरान काम कर रहे थे। इस दौरान कुछ शिक्षा अधिकारियों की नारेबाजी और बातचीत कर्मचारियों को अनुचित लगी। विरोध करने पर दोनों पक्ष आमने सामने हो गए। मामला बढ़ता उससे पहले किसी ने पुलिस को फोन कर दिया। बीछवाल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया। बाद में अतिरिक्त निदेशक रचना भाटिया के कक्ष में कर्मचारियों व शिक्षा अधिकारियों के बीच वार्ता हुई। कर्मचारियों का आरोप है कि अधिकारियों की नाराजगी सिस्टम से है, लेकिन वो कर्मचारियों पर अभद्र आरोप लगा रहे हैं।
निदेशक थे अनुपस्थित
दरअसल, शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल स्वयं निदेशालय में उपस्थित नहीं थे। ऐसे में विरोध करने पहुंचे शिक्षा अधिकारी सभी गेट बंद करना चाहते थे। इस दौरान कुछ कर्मचारियों ने गेट बंद करने का विरोध किया। इसी दौरान आपस में उलझ गए। मामला बढ़ा तो बाद में पुलिस को बुलाया गया। बीछवाल पुलिस की मध्यस्थता में अतिरिक्त निदेशक रचना भाटिया ने दोनों पक्षों को समझाया।