अभिनव न्यूज, बीकानेर। बीकानेर में मतदाता सूची में नए जुड़े 13343 संदिग्ध मतदाताओं का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पहले कांग्रेस के ही कुछ नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यह मुद्दा उठाया था। भाजपा इस मुद्दे पर निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की मांग कर रही है। शुक्रवार को भाजपा में पश्चिम सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे अरुण आचार्य इस फर्जी मतदाता प्रकरण के सन्दर्भ में जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल से मिलने गए। आचार्य की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि कलेक्टर ने उनसे ठीक ढंग से बात नहीं और कार्यालय से निकल जाने का आदेश दे दिया।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक विडियो में कलेक्टर कार्यालय परिसर में कुछ पुलिसकर्मी अरुण आचार्य को जबरदस्ती बाहर निकालते हुए दिखाई दे रहे हैं। अरुण आचार्य की प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि इस मामले की जांच हो चुकी है और नए जोड़े नाम बाहर के क्षेत्रों से कटकर बीकानेर पश्चिम की मतदाता सूची में जोड़े गए हैं। अरुण आचार्य ने सवाल उठाया कि हो सकता है कि कुछ नाम सही हो लेकिन 13000 से अधिक मतदाताओं पर 2 ही दिन में जांच कैसे संभव है और इसकी प्रक्रिया क्या है ? विज्ञप्ति के अनुसार जिला कलेक्टर ने इस प्रश्न का जवाब नहीं दिया और क्रोधित होकर आचार्य को कार्यालय से बाहर जाने का आदेश दे दिया। बताया जा रहा है कि यही पर अरुण आचार्य के साथ बदसलूकी की गई।