अभिनव न्यूज, नेटवर्क। प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Rajasthan VidhanSabha 2023) की सरकार सरगर्मी तेज हो रही है. कांग्रेस व भाजपा प्रत्याशियों (Rajasthan BJP) के नाम घोषित करने की तैयारी कर रही है. प्रदेश में इस बार टिकट मांगने की दौड़ में ब्यूरोक्रेट्स भी शामिल है. ब्यूरोक्रेट्स की भाजपा पहली पसंद बन रही है. अब तक 24 से ज्यादा पूर्व अधिकारी भाजपा का दामन थाम चुके हैं और लगातार या सिलसिला जारी है. तो कुछ ब्यूरोक्रेट्स ने कांग्रेस से भी चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है.
विधानसभा चुनाव में नौकरशाही भी टिकट की जोड़ तोड़ में जुटे हुए हैं. कुछ ब्यूरोक्रेट्स भाजपा तो कुछ कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. अब तक दो दर्जन से ज्यादा पूर्व जज, कलेक्टर, डॉक्टर, प्रोफेसर सहित अन्य सरकारी उच्च पदों पर रहे अधिकारी भाजपा का दामन धाम चुके हैं. ऐसे में भाजपा व कांग्रेस के सामने टिकट वितरण की बड़ी चुनौती है. एक तरफ दोनों ही पार्टियों के दिग्गज नेता अपनी सीट छोड़ने को तैयार नहीं है. दूसरी तरफ पार्टी आला कमान युवा व नए चेहरे को मौका देने की बात कह चुके है. साथ ही ब्यूरोक्रेट्स भी टिकट मांगने की कतार में खड़े हैं. जबकि टिकट किसी एक व्यक्ति को मिलना है.
इन लोगों ने ठोकी टिकट की दावेदारी
पूर्व आईएएस चंद्र मोहन मीणा बस्ती विधानसभा से टिकट मांग रहे हैं. तो पूर्व आईपीएस रामदेव सिंह खंडेला से टिकट मांग रहे हैं. इस तरह पूर्व आईएएस कैलाश चंद्र वर्मा, सत्यपाल सिंह, पूर्व आरएएस खेमराज कोलिया बगरू से टिकट मांग रहे हैं. कर्मचारी नेता महेश व्यास बीकानेर, एमपी के पूर्व डीजीपी रहे पवन कुमार जैन राजाखेड़ा से टिकट मांग रहे हैं. पूर्व आरएएस माताराम रिणवा डेगाना विधानसभा से टिकट मांग रहे हैं. इसके अलावा दिल्ली कैडर में रहे आईपीएस महेश भारद्वाज अलवर से टिकट मांग रहे हैं. अलवर कलेक्टर रहे नन्नूमल पहाड़िया भी टिकट की दौड़ में लगे हुए हैं.
इन लोगों ने थामा भाजपा का दामन
अब तक रिटायर्ड जज किशनलाल गुर्जर, मध्य प्रदेश के पूर्व DGP पवन कुमार जैन, पूर्व रेलवे में अधिकारी किशन लाल मेघवाल, पूर्व आईएएस चंद्रमोहन मीणा, पूर्व आईएएस पृथ्वीराज मीणा, पूर्व आईएएस डॉ. सत्यपाल सिंह, पूर्व आईएएस भंवर लाल मेघवाल का नाम शामिल है. इसी तरह से पूर्व आईएएस कैलाश चंद्र वर्मा, पूर्व आईएएस हनुमान सिंह भाटी, पूर्व आईपीएस गोपाल मीणा, पूर्व आईपीएस रामदेव सिंह, पूर्व आईपीएस सीआर मीणा, पूर्व आईपीएस जसवंत संपतराम, पूर्व आईपीएस मनोज शर्मा ने भाजपा ज्वॉइन की है.
इसके अलावा अतिरिक्त आयुक्त स्टेट जीएसटी दिनेश रंगा, पूर्व आईपीएस महेश भारद्वाज, सेवानिवृत जिला शिक्षा अधिकारी राजाराम मीणा, पूर्व आरपीएस खेमराज खोलिया, पूर्व आरएएस माताराम रिणवा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पूर्व में ओएसडी रहे महेंद्र शर्मा और सचिवालय कर्मचारी नेता महेश व्यास, पूर्व इनकम टैक्स अधिकारी ओमप्रकाश पहाड़िया, पूर्व मुख्य आयकर आयुक्त के आर मेघवाल, पूर्व मुख्य आयकर आयुक्त नरेंद्र गौड़, इनकम टैक्स ऑफिसर ओमप्रकाश मीणा, भी बीजेपी में शामिल हुए हैं.
कांग्रेस पार्टी में यह लोग हुए शामिल
विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा का दामन सामने वाले अधिकारियों की संख्या ज्यादा है. उनकी तुलना में कांग्रेस ज्वाइन करने वाले अधिकारियों की संख्या खासी कम है. कांग्रेस से चुनाव लड़ने वाले अधिकारियों में पूर्व मुख्य सचिव निरंजन आर्य का नाम सबसे ऊपर आता है. निरंजन आर्य मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार भी रहे हैं. निरंजन आर्य की पत्नी संगीता आर्य पूर्व में सोजत से विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं. इस बार निरंजन आर्य सोजत विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की दावेदारी कर रहे हैं.