अभिनव न्यूज, नेटवर्क। नूंह हिंसा (nuh violence) के आरोपी मोनू मानेसर (Monu Manesar) को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया था जिसे अब कोर्ट ने राजस्थान पुलिस की कस्टडी में भेज दिया है. मोनू मानेसर से अब राजस्थान पुलिस जुनैद-नासिर हत्याकांड के बारे में पूछताछ करेगी.
मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने बताया कि निर्दोष गौभक्त मोनू मानेसर को राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जबकि कुछ समय पहले ही राजस्थान पुलिस ने निर्दोष माना था. चुनावों में मुस्लिम वोट बैंक लिए गौभक्त मोनू की गिरफ्तारी हुई है, जो उन्हें बहुत भारी पड़ेगा. विश्व हिंदू परिषद गौभक्त मोनू मानेसर को हर प्रकार से सहायता करेगी और आवश्कता पड़ी तो आंदोलन भी करेंगे.
ऐसे सुर्खियों में आया मोनू मानेसर
मोनू मानेसर उस समय सुर्खियों में आया जब जुलाई महीने में उसने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो शेयर किया था. उसने कहा था कि हरियाणा के मेवात इलाके में 31 जुलाई को ब्रज मंडल धार्मिक यात्रा निकाली जाएगी जिसमें सभी लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लें. मेवात के सभी मंदिरों के दर्शन करते हुए जाएं. इस यात्रा में मैं खुद भी शामिल रहूंगा.
धार्मिक यात्रा के दौरान हुई हिंसा
इस धार्मिक यात्रा के दौरान हरियाणा के नूंह जिले में उपद्रव हो गया. इस हिंसा में करीब 3 लोगों की मौत हो गई. आगजनी और पथराव किया गया. हरियाणा में हुई हिंसा के बाद भरतपुर पुलिस ने हरियाणा बॉर्डर से सटे अपने इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया और 4 तहसीलों में इंटरनेट सेवा भी बंद की गई. उसके बाद से कई लोग मोनू मानेसर को इस हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उसकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे.
जुनैद-नासिर हत्याकांड में भी आरोपी है मोनू मानेसर
भरतपुर जिले में पहाड़ी थाना इलाके के गांव घाटमीका के रहने वाले जुनेद और नासिर की हरियाणा के भिवानी में 15 फरवरी की रात को जीप में जलाकर हत्या कर दी गई थी. उनके परिजन खालिद ने 16 फरवरी को गोपालगढ़ थाने में मोनू मानेसर सहित पांच लोगों के खिलाफ गोपालगढ़ थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. राजस्थान पुलिस इसी मामले में मोनू मानेसर से पूछताछ करने वाली है.
राजस्थान DGP का दावा- भिवानी हत्याकांड में सीधे शामिल नहीं मोनू मानेसर
राजस्थान पुलिस के डीजीपी उमेश मिश्रा ने अगस्त महीने में कहा था कि जुनैद-नासिर हत्याकांड में मोनू मानेसर सीधे तौर पर शामिल नहीं है. हालांकि उन्होंने कहा है कि बैकग्राउंड में उसकी क्या भूमिका है इसको लेकर जांच की जा रही है. डीजीपी ने यह भी कहा कि इसमें मुख्य मुद्दा इंटेलीजेंस का है, अगर इंटेलीजेंस इनपुट होगा तो वह पकड़ा जाएगा.