अभिनव न्यूज, बीकानेर। उत्तर पश्चिम रेलवे (एनडब्ल्यूआर) के चार मार्गों पर अब इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेन दौड़ेंगी। संचालन की तैयारी पूरी कर ली गई है। इन मार्गों पर आगामी एक सप्ताह में डीजल लोको के स्थान पर इलेक्ट्रिक लोको की ट्रेन दौड़ने लगेंगी। एनडब्ल्यूआर के बीकानेर मंडल में एक सितंबर को बीकानेर से दिल्ली सराय रोहिल्ला के लिए पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन शुरू हुई थी। इस ट्रेन के बाद एनडब्ल्यूआर के चार मार्गों पर इलेक्ट्रिक चलाने की हरी झंडी मिलने के बाद संबंधित मार्गों के रेल अधिकारियों को इस संबंध में ट्रेन चलाने का शेड्यूल भी जारी कर दिया है। एनडब्ल्यूआर के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि एनडब्ल्यूआर में 4250 किलोमीटर ट्रैक का विद्युतीकरण किया जा चुका है।
तेज गति से चल रहे कार्य का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अकेले जुलाई में 244 किलोमीटर ट्रैक का विद्युतीकरण किया गया था। 2024 तक एनडब्ल्यूआर की सभी लाइनों का विद्युतीकरण कर लिया जाएगा। 292 किलोमीटर रेल लाइनों पर चल रहा काम: उत्तर पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक महेश चंद जेवलिया ने बताया कि बीकानेर मंडल में करीब 1500 किलोमीटर रेल लाइनों को विद्युतीकृत किया जा चुका है। शेष करीब 292 किलोमीटर रेल लाइनों को विद्युतीकरण करने के लिए तेजी से कार्य चल रहा है। बीकानेर दिल्ली के बाद अब मंडल के अन्य रेलवे स्टेशनों पर इलेक्ट्रिक लोको इंजन चलाने की तैयारी की जा रही है।
इन मार्गों पर चलेंगी इलेक्ट्रिक ट्रेन
एनडब्ल्यूआर के जिन मार्गों पर इसी सप्ताह इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने की तैयारी की जा रही है, उसमें दिल्ली-हिसार, हिसार-दिल्ली, जयपुर-भठिंडा, भठिंडा-जयपुर, जयपुर-हिसार, हिसार-जयपुर, ढेहर का बालाजी-भिवानी, भिवानी-ढेहर का बालाजी शामिल है। वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन शुरू होने से ना केवल एनडब्ल्यूआर में डीजल की बचत होगी, बल्कि पर्यावरण भी प्रदूषित नहीं होगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल 120 जोड़ी रेल सेवाएं विद्युतीकरण के तहत संचालित है।