532 पुलिस अधिकारियों-जवानों ने एक दिन में 333 बदमाश पकड़े, इनमें टॉप 10 इनामी भी
अभिनव टाइम्स | संभाग के चारों जिलों में पुलिस ने ऑपरेशन क्लीन चलाकर 333 बदमाशों को पकड़ने में सफलता हासिल की है। इसके साथ ही टॉप 10 में शामिल दो हजार का ईनामी साजिद को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। सुबह से लेकर रात तक चले इस अभियान में रोहित गोदारा कहीं हाथ नहीं लगा। दरअसल मूसेवाला की हत्या के बाद गैंगस्टर लॉरेन्स बिश्नोई का खौफ बना हुआ है। उसके गुर्गे प्रदेशभर में सक्रिय हैं। बीकानेर में रोहित गोदारा उसका खास गुर्गा है।
फिरौती के लिए रसूखदार और पैसे वाले लोगों को धमकाने के कई मामले पिछले दिनों सामने आए हैं। पुलिस उसे अब तक नहीं पकड़ सकी। रविवार को उसके संभावित ठिकानों पर छापे भी मारे गए। सुजानदेसर में गंगा रेजिडेंसी की भी तलाशी ली गई। आम लोगों के मन से अपराधियों का डर खत्म करने, संगठित अपराधों को अंजाम देने और उन्हें शरण देने वालों विरुद्ध पुलिस का ऑपरेशन क्लीन रविवार को बीकानेर संभाग के श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और चूरू में शुरू हुआ।
दो दिवसीय इस ऑपरेशन के दौरान पहले दिन बीकानेर में अलग-अलग टीम में बंटे 532 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने 333 बदमाशों को पकड़ा है। टीम को आईजी ओमप्रकाश लीड कर रहे थे। एसपी, एएसपी और सीओ की अलग-अलग टीम बनाकर इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। हर एसएचओ को 20 का जाप्ता दिया गया था। इस दौरान कोटगेट पुलिस ने तेलू माली के साथ मारपीट के मामले में तीन महीने से फरार चल रहे टॉप 10 बदमाश साजिद को अरेस्ट कर लिया। उस पर दो हजार का ईनाम था। इस प्रकरण के बाकी आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं।
इसी प्रकार डीएसटी से उलझने वाले आवेश खान को शांति भंग करने के आरोप में पकड़ा है। मुकदमे में गरफ्तारी पर उसने कोर्ट से स्टे ले रखा है। इसी प्रकार मनोज भाजपा, भैंरू सिंह, मुकेश बिनश्नोई को भी शांति भंग करने के अरोपी में गिरफ्तार किया है। सभी आदतन अपराधी बताए जाते हैं। पुलिस की इस कार्रवाई से दिन भर शहर में हड़कंप मचा रहा। अभियान सोमवार को भी जारी रहेगा। बीकानेर की टीम में एसपी योगेश यादव, एएसपी सिटी अमित कुमार, ग्रामीण सुनील कुमार, सीओ शहर और सदर सहित बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी शामिल थे।
रेंज में हर जगह कार्रवाई
ऑपरेशन क्लीन के तहत पुलिस ने रविवार को 82 वारंटी, तीन टॉप 10 अपराधी, एक भगौड़ा, 110 सीआरपीसी में 44 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। इसी प्रकार आर्म्स एक्ट में चार, आबकारी में 11 और एनडीपीएस में भी 11 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। एमवी एक्ट में 47 गाड़ियों को चालान किया गया है। इनमें बीकानेर में 24 वारंटी, दो स्टेडिंग वारंटी, एक भगौड़ा, 151 में 11 और एक टॉप 10 आरोपी शामिल है। इसके अलावा दस संदिग्ध लोगों को डिटेन कर इंट्रोगेशन किया गया है। इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्रे में 55 बदमाश पकड़े गए हैं।
वारंट छोटे का था, बड़े भाई को पकड़ा, फिर छोड़ा
ऑपरेशन क्लीन के तहत सभी एसएचओ को टारगेट दिए गए थे। गंगाशहर में वारंटियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान पुलिस बड़े भाई को पकड़ लाई, जबकि वारंट छोटे भाई का था। दरअसल करमरुदीन का पुत्र मौमीन और उसका नाबालिक भाई 2019 के एक मुकदमे में परिवादी और गवाह हैं। कोर्ट में समय पर पेश नहीं होने पर छोटे भाई के नाम वारंट था। गंगाशहर पुलिस गलती से बड़े भाई को पकड़ लाई। पीछे-पीछे उसका वकील भी थाने पहुंच गया। परिवादी को छोड़ने की बात पर एसएचओ और वकील के बीच बहस हो गई। एसएचओ ने वकील से यहां तक कह दिया कि औकात में रहकर बात कर। मामला इतना बिगड़ा कि वकील अनिल सोनी ने एसपी से शिकायत कर दी। सोनी ने बताया कि मौमीन की जमानत हो चुकी है। उसके बाद अरेस्ट करना कानूनन गलत है। बाद में मौमीन को छोड़ना पड़ा।
अपराधियों से मिलीभगत पर तीन निलंबित
अपराधियों से मिलीभगत और कार्य के प्रति लापरवाही बरते पर आईजी ने नया शहर थाने के एएसआई ओम प्रकाश यादव और कांस्टेबल मुकेश को निलंबत किया गया है। इसी प्रकार चूरू के हैडकांस्टेल संजय कुमार को भी निलंबित किया गया है। तीनों का मुख्यालय हनुमानगढ़ पुलिस लाइन किया गया है।
संभाग के चारों जिलों में अपरोधियों की धरपकड़ के लिए ऑपरेशन क्लीन चलाया गया है। इस दौरान हार्डकोर बदमाशों के साथ-साथ वारंटियों के विरुद्ध भी कार्रवाई की गई है। – ओमप्रकाश, आईजी, बीकानेर रेंज