अभिनव टाइम्स | शहर में मोटरसाइकिल के साथ अब चार पहिया वाहन भी चाेरी हाेने लगे हैं। दस दिन में शहर के अलग-अलग एरिया से घर के बाहर खड़ी चार गाड़ियां चाेरी हाे चुकी हैं। पुलिस अब तक चाराें का सुराग नहीं लगा सकी। घटना के बाद पुलिस ने अभय कमांड सेंटर के कैमरे खंगाले ताे एरिया में गाड़ी के फुटेज ही क्लियर नहीं अाए। पिछले दिनाें एक ही रात में दाे अलग-अलग जगह से गाड़ियां चाेरी हुई थी। पुलिस का मानना है कि गाड़ी चाेरी करने वालाें का काेई संगठित गिराेह सक्रिय है। बाेलेराे और स्काॅर्पियाे ज्यादा चाेरी हाे रही हैं। इनका उपयाेग आम ताैर पर मादक पदार्थाें की तस्करी में हाेता है।
पुलिस वाहन चाेरी की वारदाताें काे लगातार ट्रेस करने में जुटी है। नयाशहर व बीछवाल में हुई चाेरी के बारे में पता लग चुका है। हर जगह शहर में कैमरे नहीं लगे हुए हैं। आमजन से अपील है कि पाॅश काॅलाेनियाें में लाेग कैमरे लगाए ताकि चाेरी की वारदाताें का सुराग ढूंढने में पुलिस काे भी मदद मिले। – अमित कुमार, एडिशनल एसपी सिटी
कब कहां से काैनसा वाहन चाेरी
बीछवाल: पूजा एनक्लेव से 25 मई काे तड़के चार बजे घर के बाहर खड़ी स्कार्पियाे चाेरी।
सुपर मार्केट से 8 मई काे बाइक अज्ञात शख्स चाेरी कर ले गया।
जेएनवीसी: जयपुर राेड स्थित शिव शक्ति विहार से 25 मई काे सुबह पांच बजे घर के बाहर खड़ी बाेलेराे चाेरी
काेटगेट: केजी काॅप्लेक्स के आगे से एक जून की रात बाेलेराे चाेरी।
गंगाशहर: रानीबाजार स्थित पीएन पैलेस के आगे से 13 मई काे तड़के तीन बजे कैंपर चाेरी
नयाशहर: मुक्ताप्रसाद नगर में घर के आगे से 14 मई की रात में टाटा मैजिक चाेरी हुई, जाे दाे सप्ताह बाद पुलिस काे जली हुई मिली।
आसानी से दर्ज नहीं हाेती एफआईआर : चाेरी की रिपाेर्ट पुलिस थाने में दर्ज करवाने के लिए वाहन मालिक काे काफी मशक्कत करनी पड़ती है। पुलिस परिवाद लेकर पहले एक-दाे दिन ढूंढने का प्रयास करती है। पता नहीं चलने के बाद एफआईआर दर्ज करने की कार्यवाही की जाती है। कई दफा घटना के चार-पांच दिन बाद जाकर थाने में मामला दर्ज हाेता है।
थानाें में खड़ी बाइक्स काे अब तक काेई नहीं छुड़वाने आया : जिले के थानाें में जब्त बाइक्स खड़ी हैं, जिन्हें छुड़वाने अभी तक काेई नहीं आया है। सदर में 87, बीछवाल 53 नयाशहर 66, काेलायत सात, नापासर में 16, जामसर में नाै, काेटगेट में 23, गंगाशहर में 13 खड़ी है। इन्हें संभालने के लिए पुलिस काे मशक्कत करनी पड़ रही है।