अभिनव न्यूज, नेटवर्क। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का दूसरा दिन है। राहुल गांधी ने दूसरे दिन बहस में अपने विचार रखे। उन्होंने बीजेपी से कहा कि ‘आपको डरने की जरूरत नहीं है। आज मैं दिमाग से नहीं, दिल से बोलूंगा। मैं बता देना चाहता हूं कि मैं आज अडाणीजी पर नहीं बोलूंगा, इसलिए डरें नहीं। बीजेपी की ओर इशारा करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ‘आप लोग डरें नहीं, रिलेक्स रहें।’ बहस के दौरान मणिपुर कैंप्स में बिताए क्षणों का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ‘मणिपुर में हिंदुस्तान का कत्ल हुआ है’।
8 साल की बच्ची से मिली दर्द के बावजूद यात्रा में चलने की शक्ति
क्योंकि मैं कई सालों से रोज 8 से 10 किमी दौड़ लेता हूं। तो यात्रा क्यों नहीं कर सकता हूं। लेकिन यात्रा शुरू की तो मेरे घुटनों में तेज दर्द शुरुआत में हुआ। जब दर्द उठा, तो मेरा यह अहंकार टूटा कि मैं आसानी से भारत जोड़ो यात्रा कर सकता हूं। मुझे घुटनों में तेज दर्द हुआ तो मेरे अंदर के अहंकार का भेड़िया चीटीं बन गया। मैं रोज डरकर चल रहा था कि क्या मैं कम चल पाउंगा? यही डर मेरे दिल में था। जब भी ये डर बढ़ता था, कहीं न कहीं से कोई न कोई शक्ति मेरी मदद करती थी। एक दिन मैं दर्द सहन नहीं कर पा रहा था, 8 साल की बच्ची ने एक चिट्ठी दी, कहा मैं आपके साथ चलूंगी। उसने मुझे चलने की शक्ति दी। बाद में लाखों लोगों की वजह से मुझे चलने की शक्ति मिली।
मणिपुर मुद्दे पर जानिए क्या बोले राहुल गांधी?
राहुल गांधी ने आगे कहा कि ‘भाइयों और बहनों’ लोग कहते हैं कि इस देश में अलग अलग भाषाएं हैं, कोई कहता है ये धर्म कोई कुछ कहता है। लेकिन मेरा यह कहना है कि देश से नफरत को मिटाना पड़ेगा। मणिपुर पर राहुल गांधी ने कहा कि ‘आज सच्चाई है कि मणिपुर नहीं बचा है। मणिपुर को आपने बांट दिया है। मैं मणिपुर में रीलिफ कैंप्स में गया। वहां मैंने महिलाओं से बात की।
मेरे सामने मेरे बेटे को गोली मारी, राहुल गांधी ने कैंप की बताई बात
राहुल ने आगे कहा कि ‘मैंने पूछा कि आपके साथ क्या हुआ? उस महिला ने कहा कि मेरा एक ही बच्चा था, उसे गोली मार दी गई। मैं पूरी रात उसकी लाश के साथ लेटी रही। फिर मुझे डर लगा और मैंने अपना घर छोड़ दिया। तब मैंने पूछा कि कुछ तो लाई होगी। महिला ने जवाब दिया कि सिर्फ कुछ कपड़े मेरे पास हैं। फिर मुझे फोटो निकाल कर दिखाया कि ‘यही फोटो बस मेरे पास है।’